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बिहार : नये साल से बच्चों के परिभ्रमण के लिए खुलेगा सीएम हाउस
निर्भय पटना : राज्य के स्कूली बच्चे म्यूजियम, चिड़ियाखाना, अन्य दर्शनीय स्थल के साथ-साथ अब मुख्यमंत्री आवास भी घूम सकेंगे. नये साल से राज्य के स्कूली बच्चों के घुमने के लिए मुख्यमंत्री आवास के द्वार खोले जायेंगे. राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डेंन समेत देश भर के राजभवनों के गार्डेन बच्चों के घुमने के लिए साल […]
निर्भय
पटना : राज्य के स्कूली बच्चे म्यूजियम, चिड़ियाखाना, अन्य दर्शनीय स्थल के साथ-साथ अब मुख्यमंत्री आवास भी घूम सकेंगे. नये साल से राज्य के स्कूली बच्चों के घुमने के लिए मुख्यमंत्री आवास के द्वार खोले जायेंगे.
राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डेंन समेत देश भर के राजभवनों के गार्डेन बच्चों के घुमने के लिए साल में एक बार खोले जाते है. पहली बार किसी मुख्यमंत्री आवास को स्कूली बच्चों के घूमने के लिए खोला जायेगा. इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है और 1, अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास के गार्डेन, खेत, तालाब, पेड़-पौधों को सुसज्जित किया जा रहा है. बच्चे देख सकेंगे कि प्रदेश के मुखिया कहां से और कैसे सरकार चलाते हैं? वे कहां रहते हैं, मुख्यमंत्री बच्चों के साथ फोटो भी खींचवायेंगे.
मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना के तहत स्कूली बच्चे हर दिन मुख्यमंत्री आवास का भी भ्रमण कर सकेंगे. बच्चे सीएम हाउस के गार्डेन, बोधिवृक्ष, औषधीय पौधे, देश-विदेश से लाकर लगाये गये दुर्गभ प्रजाति के पौधे के साथ-साथ चिड़ियाखाना से अंडर ग्राउंड आने वाले मोर का भी दीदार कर सकेंगे.
इसके साथ-साथ सीएम हाउस में छोटे से भाग में कैसे खेती होती है, कैसे गाय पालन होता है इसका भी नजारा बच्चे ले सकेंगे. इसके अलावा साइकस (कैकटस) की विभिन्न प्रजातियों, चंपा के पेड़ों और औषधीय पौधों के पूरे बगीचे जहां तरह-तरह के औषधीय पौधे हैं, उसे देख सकेंगे. बच्चों को घुमाने के मुख्यमंत्री आवास में गाइड की भी व्यवस्था होगी, जो बच्चों को सभी चीजों की खासियत से रू-ब-रू करायेंगे. मुख्यमंत्री कहां रहते हैं, कहां खाना खाते हैं, सुबह कहां टहलते हैं, कहां बैठते हैं, कहां काम करते हैं और कहां मीटिंग करते हैं? उसके बारे में भी बताया जायेगा.
इसके अलावा मित्र कुटीर, इको हाउस, सौम्य कुटीर और संपर्क कुटिया तो बच्चे देखेंगे ही, नेक संवाद, लोक संवाद, विमर्श और संकल्प में होने वाले कामों से भी बच्चों को अवगत कराया जायेगा. सूत्रों की मानें तो सीएम हाउस को सुसज्जित करने के लिए पर्टयन और कला संस्कृति विभाग को जिम्मेदारी दी गयी है, जबकि बच्चों को परिभ्रमण के लिए लाने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी.
विभागों को इसके लिए विस्तृत योजना बनाने का निर्देश भी दिया गया है.
पहली बार किसी मुख्यमंत्री का आवास देख सकेंगे बच्चे
सुरक्षा के रहेंगे विशेष इंतजाम
स्कूली बच्चों के घुमने के लिए सीएम हाउस का दरवाजा खुलने से यहां सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था बढ़ा दी जायेगी. वर्तमान की सुरक्षा व्यवस्था से इतर अन्य सुरक्षा कर्मियों को यहां लगाया जायेगा.
प्रवेश और निकलने के द्वार के साथ-साथ सीएम हाउस के अंदर भी जवान मौजूद रहेंगे, ताकि किसी प्रकार के कोई अवांछित तत्व अंदर नहीं आ सके. परिभ्रमण में आने वाले स्कूलों को पहले आने की अनुमति लेनी होगी और एक निश्चित समय में ही घुमने के लिए सीएम हाउस खोला जायेगा.
मुख्यमंत्री की पहल पर विधानसभा की कार्यवाही देखते रहे हैं बच्चे : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर बिहार के स्कूली बच्चे बिहार विधानसभा की कार्यवाही देखने का भी मौका मिला है. राज्य के स्कूली बच्चों को विधानसभा के पहली पाली की कार्यवाही भी दिखायी जाती है.
सदन की कार्यवाही कैसे होती है, सत्ता पक्ष और विपक्ष कहां बैठते हैं, कैसे प्रश्नकाल, शून्यकाल, ध्यानाकर्षण होते हैं, इसके बारे में बच्चे को पिछले कुछ सालों से जानकारी दी जा रही है. अंत में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष समेत जनप्रतिनिधियों के साथ फोटो भी खींचवायी जाती है.
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