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साक्षरता केंद्रों पर बाल विवाह प्रथा मिटाने की शिक्षा
राज्य में कार्यरत 46 हजार साक्षरता कर्मियों को दी गयी है इसकी ट्रेनिंग केंद्रों पर लगाये जायेंगे बाल-विवाह संबंधी पोस्टर सभी पंचायताें में संचालित साक्षरता केंद्रों पर अब आने वाली महिलाओं व किशोरियों को बाल-विवाह, शादी की निर्धारित आयु, बाल विवाह से होने वाले नुकसानों और कानून की जानकारी दी जायेगी. इसके अलावा केंद्रों पर […]
राज्य में कार्यरत 46 हजार साक्षरता कर्मियों को दी गयी है इसकी ट्रेनिंग
केंद्रों पर लगाये जायेंगे बाल-विवाह संबंधी पोस्टर
सभी पंचायताें में संचालित साक्षरता केंद्रों पर अब आने वाली महिलाओं व किशोरियों को बाल-विवाह, शादी की निर्धारित आयु, बाल विवाह से होने वाले नुकसानों और कानून की जानकारी दी जायेगी. इसके अलावा केंद्रों पर महिलाआें को शिक्षित करनेवाले पोस्टरों में भी बदलाव किया जायेगा. बाल-विवाह से संबंधित पोस्टर भी लगाये जायेंगे.
इस कार्य में टोला सेवक, तालीमी मरकज और प्रेरक के रूप में साक्षरता कर्मी काम कर रहे हैं. इसके अलावा इनके साथ कला जत्था की टीम भी प्रेरक की भूूमिका निभा रही है. पूरे बिहार में कला जत्था की 124 टीमें घूमेंगी और बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ लोगों को जागरूक करेंगी. इस कार्य में 1468 कलाकार शामिल हैं. इनमें 344 महिलाएं हैं, जो नुक्कड़ नाटक और लोक गीतों के जरिये जागरूक करेंगी.
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