पटना: स्वैच्छिक रक्तदान करने से गंभीर बीमारों की जान बचायी जा सकती है. अस्पतालों में ऐसे बहुत से मरीज हैं जिनको समय पर ब्लड नहीं मिलता है और उनकी मौत तक हो जाती है. ऐसे में जरूरत हर लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करें और चिकित्सक बताये कि रक्त देने से शरीर में किसी तरह की परेशानी नहीं होती है.
उक्त बातें बुधवार को इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी बिहार शाखा स्थित ब्लड बैंक में कंपोनेंट सेपरेशन इकाई का उद्घाटन करते हुए राज्यपाल डॉ डीवाइ पाटील ने कहीं. उन्होंने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है इसके लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना चाहिए.
ब्लड बैंक के अध्यक्ष डॉ विनय बहादुर सिन्हा ने कहा कि इस मशीन के सहारे हम प्लाजमा, प्लेटलेट, पीआरबीसी एवं फैक्टर की कमी को पूरा करेंगे और एक ब्लड को अलग कर चार मरीजों की जान बचायेंगे. उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस ब्लड बैंक समय-समय पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाते हैं जिसमें लोग आकर रक्तदान करते हैं. उसके बाद लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करने के लिए भी शिविर लगाया जाता है.
और खून देने को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की जाती है जिसमें हम काफी हद तक सफल भी हुए हैं. इस अवसर पर लेडी गवर्नर पुष्पलता डी पाटील, डॉ एए हई सहित अन्य लोग मौजूद थे.