मोकामा: आनंद विहार-भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस में गुरुवार को सीट पर बैठने को लेकर यात्रियों में भिड़ंत हो गयी. यह घटना बख्तियारपुर व मोकामा स्टेशनों के बीच हुई. इस घटना में दर्जन भर यात्री जख्मी हो गये. मोकामा से महिला यात्री शहीदा खातून (50) मुंगेर निवासी को गंभीर अवस्था में पटना रेफर किया गया, जबकि फकरुद्दीन मोहम्मद, असलम व अन्य यात्री उपचार करा कर गंतव्य स्थान के लिए रवाना हो गये. इस बीच तकरीबन 45 मिनट तक ट्रेन मोकामा में खड़ी रही.
जीआरपी थानेदार शाहिद हुसैन ने बताया कि इस मामले में पीड़ित यात्रियों का बयान दर्ज किया गया. वहीं, एक युवक रंजीत कुमार (शहरी, बाढ़) को हिरासत में लेकर रेल पुलिस कार्रवाई में जुटी है.
वैक्यूम कर रोकी ट्रेन : प्राप्त जानकारी के मुताबिक फकरुद्दीन मोहम्मद शादी समारोह में शिरकत कर आनंद विहार स्टेशन से जमालपुर लौट रहा था. स्लीपर बोगी एस 11 में बर्थ संख्या 50, 51, 52, 56 आदि पर उसके परिवार के दर्जन भर लोग सवार थे. बख्तियारपुर स्टेशन पर एक महिला के साथ आरोपित युवक रंजीत कुमार ट्रेन में सवार हुआ. ट्रेन में सीट पर बैठने को लेकर दोनों पक्षों के बीच नोक-झोंक शुरू हो गयी. मारपीट की नौबत आने पर ट्रेन में सवार अन्य यात्रियों ने बीचबचाव कर मामला शांत करा दिया. बाद में रंजीत के साथ सफर कर रही महिला बाढ़ स्टेशन पर ट्रेन से उतर गयी, जबकि बाढ़ से ट्रेन खुलने पर रंजीत ने मोबाइल से बात कर मोकामा स्टेशन पर अपने साथियों को बुला लिया. यहां ट्रेन रुकते ही रंजीत ने साथियों के साथ मिल कर फकरुद्दीन व उसके परिवार के साथ जम कर मारपीट की.
इस दौरान दो बार वैक्यूम कर ट्रेन रोकी गयी. इससे यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया. तकरीबन 15 मिनट बाद रेल पुलिस के पहुंचने पर मारपीट कर रहे युवक मौके से फरार हो गये, जबकि रंजीत को यात्रियों ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया. इधर, रंजीत का कहना है कि वह साउथ बिहार एक्सप्रेस में कोच अटेंडेंट का काम करता है. उसके साथ भी दूसरे पक्ष ने मारपीट की. इसके बाद उसने अपने साथियों को घटना की सूचना दी. बता दें कि बुधवार को ही कोसी एक्सप्रेस में मामूली विवाद में मारपीट की घटना हुई थी. लगातार हो रही घटना से रेल पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है.