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झोला छाप डॉक्टर ने ली मासूम की जान
बाढ़ : अनुमंडल के सकसोहरा बाजार में सोमवार की सुबह फर्जी चिकित्सक के क्लिनिक में उपचार के दौरान एक साल के बच्चे की मौत हो गयी. इसके बाद पैसे की वसुली को लेकर फर्जी डॉक्टर ने परिजनों को अपने कब्जे में लेकर धमकाया और बंधक बनाकर रुपये की मांग की. घटना की सूचना मिलने के […]
बाढ़ : अनुमंडल के सकसोहरा बाजार में सोमवार की सुबह फर्जी चिकित्सक के क्लिनिक में उपचार के दौरान एक साल के बच्चे की मौत हो गयी. इसके बाद पैसे की वसुली को लेकर फर्जी डॉक्टर ने परिजनों को अपने कब्जे में लेकर धमकाया और बंधक बनाकर रुपये की मांग की.
घटना की सूचना मिलने के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तब आरोपित फर्जी डॉक्टर ने पुलिसकर्मियों के साथ भी बदसलूकी की.
बाद में किसी तरह आरोपित को काबु में किया गया. केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया. वहीं दूसरी तरफ मासूम बच्चे के शव का पोस्टमार्टम बाढ़ के अनुमंडल अस्पताल में कराकर परिजनों को सौंप दिया गया. जानकारी के अनुसार नालंदा जिले के बिंद थाना अंतर्गत राजोपुर गांव निवासी सदन राम अपने एक साल के बेटे जीत कुमार को हुए बुखार का इलाज कराने के लिए सकसोहरा बाजार में निजी अस्पताल चला रहे झोला छाप डॉक्टर धनंजय कुमार के पास सोमवार की सुबह पहुंचे. कथित डॉक्टर ने जांच पड़ताल के बाद बच्चे को दवा की सुई दी. इसके कारण बच्चे की हालत गंभीर हो गयी. फिर दोबारा इलाज के लिए पांच हजार रुपये तुरंत भुगतान करने के लिए डॉक्टर ने कहा. इसी बीच मासूम ने दम तोड़ दिया. इलाज की रकम की वसूली के लिए झोला छाप डॉक्टर ने बच्चे के पिता सदन राम सहित अन्य लोगों को क्लिनिक में बंधक बना लिया.
इसी बीच किसी तरह सदन राम का रिश्तेदार सकसोहरा थाने में पहुंच कर घटना की जानकारी दी. जब सकसोहरा थानाध्यक्ष मुकेश कुमार पुलिस कर्मियों के साथ क्लिनिक में पहुंचे तो कथित डॉक्टर ने दबंगई दिखाते हुए एक पुलिस कर्मी के साथ हाथापाई कर दी. पुलिस ने किसी तरह इस आरोपित डॉक्टर को अपनी गिरफ्त में लेकर थाने पहुंची. थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि सदन राम के बयान पर एफआइआर दर्ज करते हुए आरोपित कथित डॉक्टर धनंजय कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जानकारी के अनुसार आरोपित डॉक्टर ने बाकायदा बोर्ड पर अपने को जेनरल फिजिशियन घोषित कर रखा था.
वहीं दूसरी तरफ एमबीबीएस की डिग्री लिखकर सभी प्रकार के मरीजों के उचित इलाज करने की भी घोषणा कर रखा था. इमरजेंसी सुविधा देने के नाम पर आरोपित मोटी रकम ग्रामीणों से वसूल करता था. थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि आरोपित पूर्व से एक आपराधिक मामले में चार्जशीटेड है. इसकी अन्य गतिविधियों की जांच की जा रही है. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि टाल क्षेत्र के दर्जनों गांव में झोला छाप डॉक्टर मरीजों के साथ मनमानी कर रहे है. इस धंधे में हर दिन लोगों की जान का सौदा किया जा रहा है.
वहीं दूसरी तरफ घटिया और एक्सपायरी दवाएं धड़ल्ले से खपायी जा रही है. कई झोला छाप डॉक्टर तो फिजिशियन सेंपल की दवाएं बेच कर मालामाल हो रहे है. वहीं स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह निश्चेतना में नजर आ रहा है. इसका खामियाजा बेकसूर मरीज भुगत रहे है.
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