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मुख्य सचिव सहित पांच को एससी आयोग ने किया तलब
अनुसूचित जाति के उत्पीड़न का मामला राहू मुसहर और बब्बन मुसहर हत्या मामले में हुए तलब पटना : बिहार में अनुसूचित जाति के लोगों पर उत्पीड़न से जुड़े मामले की राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने गुरुवार को समीक्षा की. पिछले चार दिनों के दौरान 20 मामलों पर सुनवाई कर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किये गये. वहीं […]
अनुसूचित जाति के उत्पीड़न का मामला
राहू मुसहर और बब्बन मुसहर हत्या मामले में हुए तलब
पटना : बिहार में अनुसूचित जाति के लोगों पर उत्पीड़न से जुड़े मामले की राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने गुरुवार को समीक्षा की. पिछले चार दिनों के दौरान 20 मामलों पर सुनवाई कर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किये गये. वहीं रोहतास में राहू मुसहर और बब्बन मुसहर की हत्या मामले में प्रदेश के मुख्य सचिव, प्रधान सचिव गृह, आइजी कमजोर वर्ग, रोहतास के डीएम व एसपी 10 अगस्त को दिल्ली स्थित आयोग के मुख्य कार्यालय में तलब किये गये हैं. अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य योगेंद्र पासवान ने कहा कि रोहतास जिले के कोचस पुलिस थाने के गांव परसिया में 28 जून, 2017 को राहू मुसहर और उसके भाई बब्बन मुसहर को डंडों से पीट-पीटकर मार दिया गया. इस मामले में मुआवजा, मृतक के एक आश्रित को सरकारी नौकरी, विधवा पेंशन और तीन महीने का राशन देने का प्रावधान है. प्रशासन ने 11 जुलाई को मुआवजे के तौर पर 4 लाख 12 हजार रुपये दे दिया, लेकिन अन्य सुविधाएं नहीं मिली हैं.
वहीं हत्या के आरोपियों की भी अब तक गिरफ्तारी नहीं हुयी है. शाहाबाद रेंज के डीआइजी के तबादले की अनुशंसा की गयी है. वहीं प्रदेश के मुख्य सचिव, प्रधान सचिव गृह, आइजी कमजोर वर्ग, रोहतास के डीएम व एसपी 10 अगस्त को दिल्ली स्थित आयोग के मुख्य कार्यालय में तलब किये गये हैं. योगेंद्र पासवान ने कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाना आयोग का मकसद नहीं है. आयोग चाहती है कि दोषियों को सजा मिले.
इसके बाद ही पीड़ित परिवार को न्याय मिल सकेगा. रोहतास जिले के कोचस थाने के गांव परसिया में 28 जून की रात करीब साढ़े बारह बजे एक किसान शौकत अली के घर में कथित तौर पर घुसते राहू मुसहर और उसका भाई बब्बन मुसहर पकड़ा गया. शोर मचाने पर गांव के दूसरे लोग भी इकट्ठा हो गये और दोनों की जमकर पिटाई कर दी. ग्रामीणों की सूचना पर रात एक बजे पुलिस पहुंची और दोनों घायल भाइयों को कोचस के हेल्थकेयर सेंटर ले गयी. वहां बब्बन ने दम तोड़ दिया. राहू की मौत रोहतास स्थित सदर अस्पताल में हुई.
चार दिनों में की 20 मामलों की सुनवाई
अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य योगेंद्र पासवान ने बताया कि उन्होंने 31 जुलाई, 2017 से तीन अगस्त, 2017 तक चार दिन में की 20 मामलों की सुनवाई की. इनमें से चार मामले मुजफ्फरपुर के हैं. इनमें से एक मामला मंदिर में दलितों के उत्पीड़न से था. दो मामले बलात्कार के और एक मामला हत्या का था.
31 जुलाई को मुजफ्फरपुर के डीएम और एसपी को बुलाकर कार्रवाई का निर्देश दिया गया. वहीं एक अगस्त, 2017 को सारण जिले के 10 मामलों की सुनवाई की गयी. नया मामला गरका थाना क्षेत्र का है. किशुन देवी पति रामजी मांझी का सिर कुछ लोगों ने फोड़ दिया. इस मामले में थाने में एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज नहीं हुआ. बाद में मामले में पहल करने पर वहां के एसपी ने न्यायालय में शुद्धिपत्र देकर एससी-एसटी एक्ट लगवाया.
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