Advertisement
रात में अब नहीं सुनाई पड़ती जागते रहो की आवाज
थाने के चौकीदार करते हैं अब दूसरे काम मसौढ़ी : आज से दस वर्ष पूर्व तक मसौढ़ी का ग्रामीण इलाका हो या शहरी,थाने में पदस्थापित चौकीदारों की चार से पांच लोगों की संख्या में टोली निकलती थी. ये एक हाथ में लाठी,तो दूसरे हाथ में पांच सेल का टार्च लिये रहते थे. शहरी इलाका हो […]
थाने के चौकीदार करते हैं अब दूसरे काम
मसौढ़ी : आज से दस वर्ष पूर्व तक मसौढ़ी का ग्रामीण इलाका हो या शहरी,थाने में पदस्थापित चौकीदारों की चार से पांच लोगों की संख्या में टोली निकलती थी. ये एक हाथ में लाठी,तो दूसरे हाथ में पांच सेल का टार्च लिये रहते थे. शहरी इलाका हो या ग्रामीण झुंड में निकले चौकीदारों की टोली के सभी सदस्यों द्वारा एक सुर में अपनी पूरी ताकत से कहा जाता था जागते रहो तो उस वक्त उनकी आवाज से निकले सुर तो किसी वाद्य यंत्र से कम नहीं लगता था और रात में लोगों को समय का अनुमान हो जाता था. चौकीदारों के मुख से निकली आवाज उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा कर देती थी जब किसी घर में छोटे बच्चे की आवाज से नींद टूट जाती थी . बच्चे काफी डर जाते थे. हालांकि, इनकी आवाज किसी मां को राहत भी देती थी .रात में बच्चे सोने में कहीं जिद्द करते, तो मां उन्हें चौकीदार की आवाज का हवाला दे चुप करा देती, लेकिन अब यह बीते दिनों की बात हो गयी है.
चौकीदारों का पहरा पहले ग्रामीण क्षेत्रों से बंद हुआ. इसके पीछे कारण था कि इलाके में नक्सली गतिविधियां बढ़ गयीं और निहत्थे चौकीदार उन नक्सलियों से खौफ खाने लगे. हालांकि, उस दौरान कई चौकीदार नक्सली के शिकार भी हो चुके थे . इधर, शहर में भी चौकीदारों को रात्रि पहरा देने का काम धीरे-धीरे समाप्त हो गया.आज स्थिति है कि अनुमंडल के सभी थानों में तैनात चौकीदारों से अब दूसरा काम लिया जा रहा है और रात्रि में इनके द्वारा कहे जानेवाला जागते रहो बीते दिनों की बात हो गयी है. जिस थाने में चौकीदार पदस्थापित या बचे हैं सब पुराने हैं. इनमें आधे से अधिक तो अनुकंपा पर हैं , वजह ड्यूटी के दौरान उनके अभिभावक की मृत्यु के बाद वे बहाल हो गये
.
तीनों प्रखंडों में अब भी 90 चौकीदार व दफादार हैं पदस्थापित : अनुमंडल के तीनों प्रखंडों मसौढ़ी ,धनरूआ एवं पुनपुन में अब भी कुल 90 चौकीदार व दफादार पदस्थापित हैं .इनमें आठ दफादार शामिल हैं . पूर्व की तरह चौकीदार अपनी ड्यूटी थाना के माध्यम से जरूर निभाते हैं , लेकिन इनका वेतन अंचल से अंचलाधिकारी के माध्यम से मिलता है .
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement