पटना: राज्य सरकार सूबे के 25 कॉलजों को प्राथमिकता के आधार पर नैक की मान्यता दिलायेगी. इसके लिए सूबे के 52 कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने के लिए चयन किया गया था. इन कॉलेजों में रिसोर्स पर्सन बनाया गया है.
ये रिसोर्स पर्सन कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने में मदद करेंगे, ताकि नैक की मान्यता के लिए हो रही परेशानियों को दूर किया जा सके. शिक्षा विभाग ने 25 कॉलेजों को छह नोडल कॉलेजों में बांटा है और रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रोफेसरों की टीम गठित की है.
शिक्षा विभाग ने टीएनबी कॉलेज, भागलपुर, एसएम कॉलेज, भागलपुर, पीबीएस कॉलेज, बांका, आरडी एंड डीजे कॉलेज, मुंगेर, आरडी कॉलेज, शेखपुरा, केकेएस कॉलेज लखीसराय, महेंद्र महिला कॉलेज, गोपालगंज, राजेंद्र कॉलेज, छपरा, राजा सिंह कॉलेज, सीवान, नालंदा कॉलेज, बिहारशरीफ, एसएनएस कॉलेज, नवादा, एएन कॉलेज, बाढ़, एमपी सिन्हा साइंस कॉलेज मुजफ्फरपुर, एसआरकेजी कॉलेज सीतामढ़ी, एमजेके कॉलेज बेतिया, कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट पटना, अरविंद महिला कॉलेज पटना, एस एन सिन्हा कॉलेज जहानाबाद, सरकार गल्र्स कॉलेज पटना, एमएम महिला कॉलेज पटना, एचडी जैन कॉलेज आरा, एसपी जैन कॉलेज सासाराम, बीएसएस कॉलेज सुपौल, अररिया कॉलेज अररिया, डीएस कॉलेज कटिहार और एचएस कॉलेज उदाकिशुनगंज को चयनित किया है. इन कॉलेजों को प्राथमिकता के आधार पर नैक की मान्यता के लिए तैयार किया जायेगा.
क्षा विभाग ने कॉलेजों के प्रोफेसर्स को बनाया रिसोर्स पर्सन