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मेडिकल कॉलेज : सर्वर डाउन होने से दो दिनों में 4000 ही कर पाये आवेदन
पटना : कैसे आवेदन होगा, जब सर्वर ही डाउन है. प्रदेश के नौ सरकारी और तीन प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में नामांकन को लेकर काउंसेलिंग की तिथि जारी कर दी गयी है. दो दिनों में मात्र 4000 अभ्यर्थियों ने ही काउंसेलिंग के लिये आवेदन किया है. अभ्यर्थियों की शिकायत है कि सर्वर डाउन होने से काउंसेलिंग […]
पटना : कैसे आवेदन होगा, जब सर्वर ही डाउन है. प्रदेश के नौ सरकारी और तीन प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में नामांकन को लेकर काउंसेलिंग की तिथि जारी कर दी गयी है. दो दिनों में मात्र 4000 अभ्यर्थियों ने ही काउंसेलिंग के लिये आवेदन किया है. अभ्यर्थियों की शिकायत है कि सर्वर डाउन होने से काउंसेलिंग करने में कई दिक्कतें आ रही हैं. काउंसेलिंग में काफी समय लग जा रहा है. वहीं, कई बार आवेदन फाॅर्म भरने के बाद भी वह अपलोड नहीं हो पा रहा है. अभ्यर्थी आलोक तिवारी ने बताया कि मंगलवार को आवेदन नहीं हो पाया. बुधवार को कई घंटों तक मशक्कत करने के बाद आवेदन हो पाया. बीसीइसीइ की मानें, तो दो दिनों में चार हजार अभ्यर्थियों का आवेदन प्राप्त हुआ है. ज्ञात हो कि 85 फीसदी स्टेट कोटे पर नामांकन मेडिकल कॉलेज में ली जानी है. इसके लिये 11 लाख अभ्यर्थियों की सूची सीबीएसइ ने भेजी है.
काउंसेलिंग के वक्त लेकर जाएं हार्ड कॉपी : काउंसेलिंग को लेकर आवेदन 16 जुलाई तक की जानी है. अब अभ्यर्थियों के पास केवल चार दिनों का समय है. बीसीइसीइ की मानें, तो अभी ऑनलाइन आवेदन लिये जा रहे है, लेकिन काउंसेलिंग के समय अभ्यर्थियों को आवेदन की हार्ड कॉपी भी जमा करने होंगे. काउंसेलिंग के दौरान आवेदन की हार्ड कॉपी को देखा जायेगा.
फोटो और हस्ताक्षर से किया जायेगा मिलान : फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ने के लिए फोटो और हस्ताक्षर से मिलान किया जायेगा. बीसीइसीइ की मानें, तो काउंसेलिंग के दौरान जो भी अभ्यर्थी के फोटो या हस्ताक्षर में गड़बड़ी पायी जायेगी, तो तुरंत उस अभ्यर्थी की काउंसेलिंग को निरस्त कर दी जायेगी. बीसीइसीइ की मानें, तो सरकारी मेडिकल कॉलेज में नामांकन के लिये बिहार का निवासी होना जरूरी है, लेकिन प्राइवेट कॉलेजों में नामांकन बिहार के बाहर के छात्र भी ले सकते हैं. प्राइवेट कॉलेज में नामांकन भी मेरिट लिस्ट के आधार पर ही ली जायेगी.
पटना. प्रदेश के मेडिकल काॅलेजों में नामांकन के लिए काउंसेलिंग के बाद इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अब काउंसेलिंग के साथ काॅलेज एलॉटमेंट और नामांकन की प्रक्रिया अनिवार्य रूप से की जायेगी. बीसीइसीइ ने 2017 के मेडिकल कॉलेज में 85 फीसदी स्टेट कोटे पर नामांकन की प्रक्रिया में बदलाव किया है. अब तक काउंसेलिंग पूरी होने के बाद कॉलेज एलॉटमेंट किया जाता था. उसके बाद कैंडिडेंट्स संबंधित मेडिकल कॉलेज में जाकर नामांकन लेते थे. लेकिन, अब इसमें बदलाव किया गया है.
20 से काउंसेलिंग शुरू
प्रदेश भर के नौ मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में नामांकन के लिए 20 जुलाई से काउंसेलिंग की तिथि घोषित की गयी है. बीसीइसीइ की मानें, तो 20 से 24 जुलाई तक काउंसेलिंग चलेगी. इस बीच तमाम मेडिकल कॉलेज के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे. काउंसेलिंग होने के साथ ही मेरिट लिस्ट के अनुसार कॉलेज एलॉटमेंट और नामांकन की प्रक्रिया भी प्रत्येक दिन होगी.
हर केटेगरी की अलग अलग काउंसेलिंग
इस बार जेनरल केटेगरी के साथ एससी, एसटी, ओबीसी हरकेटेगरी की काउंसेलिंग एक साथ की जायेगी. हर केटेगरी के अभ्यर्थी को उसी की केटेगरी में नामांकन मिल पायेगा. एक केटेगरी के अभ्यर्थी दूसरी केटेगरी के मेरिट लिस्ट में शामिल नहीं होंगे. पहली बार यह व्यवस्था हुई है. ज्ञात हो कि अभी तक ओबीसी या अन्य केटेगरी के अभ्यर्थियों को जेनरल के मेरिट लिस्ट में भी जगह मिल जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
साथ में होगा नामांकन समय की होगी बचत
पहली बार काउंसेलिंग के साथ मेडिकल कॉलेज में नामांकन भी लिया जायेगा. इससे समय की बचत होगी. सारे अभ्यर्थियों का नामांकन बीसीइसीइ ऑफिस में काउंसेलिंग के दौरान ही होगा. हर केटेगरी की अलग-अलग काउंसेलिंग की जायेगी.
अनिल सिन्हा, ओएसडी, बीसीइसीइ
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