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ताकि मौत के बाद शरीर दूसरे के काम आये
श्रीकृष्णा नगर पार्क में दधीचि देह दान समिति का जनजागरण अभियान पटना : किदवई पुरी स्थित श्रीकृष्णा नगर पार्क में रविवार को दधीचि देह दान समिति की ओर से जन जागरण अभियान चलाया गया. यह अभियान सुबह टहलने वालों लोगों के बीच देह दान-अंग दान के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु चलाया गया. जागरूकता की […]
श्रीकृष्णा नगर पार्क में दधीचि देह दान समिति का जनजागरण अभियान
पटना : किदवई पुरी स्थित श्रीकृष्णा नगर पार्क में रविवार को दधीचि देह दान समिति की ओर से जन जागरण अभियान चलाया गया. यह अभियान सुबह टहलने वालों लोगों के बीच देह दान-अंग दान के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु चलाया गया.
जागरूकता की इस कड़ी में यह 8वां कार्यक्रम था, जिसमें 150 से अधिक लोगों ने भाग लिया. समिति के मुख्य संरक्षक एवं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आज समाज को अंग दान-देह दान की जरूरत है. मेडिकल कॉलेजों में विद्यार्थियों को पढ़ने हेतु मृत शरीर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. लोगों में दृष्टिहीनता की बीमारी होने पर प्रत्यारोपण हेतु आंखें उपलब्ध नहीं हो पाती हैं. देश के कई राज्य इस क्षेत्र में काफी आगे बढ़ चुके हैं. बिहार के लोगों में भी अन्य राज्यों की भांति अंगदान के प्रति जागरूकता लाने की जरूरत है.
विधान परिषद के पूर्व उपनेता एवं दधीचि देह दान समिति के अध्यक्ष गंगा प्रसाद ने लोगों से नेत्र दान करने की अपील की और कहा कि आइजीआइएमएस में चक्षु बैंक खुल चुका है और नेत्र प्रत्यारोपण की भी व्यवस्था है. दीघा विधायक संजीव चौरसिया ने कहा कि शरीर नश्वर है. मृत्यु के उपरांत भी आपका शरीर यदि समाज के काम आ सके तो इससे बड़ा पुनीत कार्य कुछ भी नहीं. जिन लोगों की इच्छा देह दान-अंग दान की है, वो दधीचि देह दान समिति के कैंप कार्यालय एक, पोलो रोड, पटना में संपर्क कर सकते हैं.
दो दिव्यांगों सहित तीन ने लिया देह दान का संकल्प
इस मौके पर पटना के दो दिव्यांग अनुराग चंद्र एवं संतोष कुमार मिश्र ने देह दान का संकल्प लिया तथा अपनी शादी की 28वीं सालगिरह पर ललन कुमार गुप्ता ने पत्नी के साथ देह दान करने का निर्णय लिया.
आइजीआइएमएस के चक्षु विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बिभूति प्रसन्न सिन्हा ने अंग प्रत्यारोपण तथा अंग दान से संबंधित तकनीकी जानकारी लोगों को दी. उन्होंने बताया कि अभी तक आइजीआइएमएस में 150 से अधिक लोगों में आंख प्रत्यारोपित किया जा चुका है. अब बिहारवासियों को आंख दान या आंख प्रत्यारोपण के लिए राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं है. कार्यक्रम को वरिष्ठ शिक्षाविद डॉ एम रहमान ने भी संबोधित किया. मंच संचालन डॉ मनोज संढवार ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन समिति के कोषाध्यक्ष प्रदीप चौरसिया ने किया.
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