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ट्विटर पर शिकायतें, समाधान के इंतजार में ही कट जाता है सफर
पटना : पिछले माह आरा के एक यात्री ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर आग्रह किया था कि मगध एक्सप्रेस जिस तरह घंटों विलंब से चल रही है और अगर इसी रफ्तार से यह ट्रेन दिल्ली पहुंची, तो मेरी शादी की मुहूर्त निकल जायेगी. यात्री की शिकायत पर रेल मंत्री ने तत्काल एक्शन लिया. […]
पटना : पिछले माह आरा के एक यात्री ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर आग्रह किया था कि मगध एक्सप्रेस जिस तरह घंटों विलंब से चल रही है और अगर इसी रफ्तार से यह ट्रेन दिल्ली पहुंची, तो मेरी शादी की मुहूर्त निकल जायेगी. यात्री की शिकायत पर रेल मंत्री ने तत्काल एक्शन लिया. उस दिन यह ट्रेन ससमय दिल्ली पहुंच गयी. दूल्हे के ट्वीट पर लिये गये एक्शन की खबर सुर्खियों में रहीं. लेकिन, ट्विटर हैंडल पर दर्ज हो रही हर शिकायतों पर इस तरह का एक्शन नहीं लिया जा रहा है. स्थिति यह है कि दानापुर रेल मंडल के डीआरएम के ट्विटर हैंडल पर दिन-प्रतिदिन शिकायतों की संख्या बढ़ी है, पर उसके निष्पादन की रफ्तार बहुत ही धीमी है. स्थिति यह है कि करीब 30 प्रतिशत शिकायतों के निबटारे में रेल यात्रियों की सफर कट जा रहा है.
डेडिकेटेड ट्विटर सेल
रेल यात्रियों को जंकशन से लेकर सफर के दौरान किसी तरह की असुविधा होती है, तो तत्काल ट्विटर पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसको लेकर रेल मंत्री, रेल मंत्रालय, जोन जीएम और रेल मंडल में डीआरएम स्तर पर डेडिकेटेड ट्विटर सेल बनाये गये हैं, जो 24 घंटे काम करता है. शिकायतों के निष्पादन के लिए तत्काल संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया जाता है, लेकिन संबंधित अधिकारी की अनदेखी की वजह से ससमय निष्पादन नहीं होता है.
13 जून से लेकर रविवार की शाम साढ़े पांच बजे तक 401 यात्रियों ने डीआरएम के ट्विटर हैंडल पर शिकायतें दर्ज करायी हैं. इसमें रनिंग ट्रेन में पानी खत्म, शौचालय गंदा, पंखा व एसी खराब, ट्रेन विलंब, जंकशन स्थित रनिंग ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड खराब होने, बेटिकट लोगों से परेशानी, टीटीइ का अमानवीय व्यवहार, पार्सल नहीं पहुंचना आदि शिकायतें शामिल हैं.
इनमें सबसे अधिक शौचालय गंदा, पंखा व एसी खराब, कोच में पानी खत्म, बेटिकट लोगों से परेशानी से संबंधित शिकायतें दर्ज करायी गयी हैं. ट्विटर पर दर्ज की जा रही शिकायतों पर तत्काल रिस्पांस भी दिया जा रहा है, लेकिन संबंधित अधिकारियों की अनदेखी से शिकायतों की ससमय निबटारा नहीं हो पा रहा है. स्थिति यह है कि 10 से 15 प्रतिशत शिकायतों का ससमय निष्पादन किया जा रहा है. जबकि 70 से 80 प्रतिशत शिकायतों का पांच से छह घंटे में निष्पादन किया जाता है. यह स्थिति तब है, जब दानापुर रेल मंडल प्रशासन दावा करता है कि ट्विटर पर मिलने वाली शिकायतों का 15 मिनट में निष्पादन किया जा रहा है.
फिर भी दूर नहीं हुईं समस्याएं
डीआरएम के ट्विटर हैंडल पर यात्रियों ने शिकायत की कि जंकशन के मुख्य द्वार स्थित रनिंग ट्रेन इंफॉर्मेशन डिस्प्ले बोर्ड पर शून्य नंबर प्लेटफॉर्म प्रदर्शित हो रहा है, तो बताएं कि शून्य नंबर प्लेटफॉर्म कहां है. ट्विटर पर जवाब दिया गया कि तकनीकी गड़बड़ी है, शीघ्र ही ठीक कर लिया जायेगा. अब दो माह के बाद भी डिस्प्ले बोर्ड पर प्लेटफॉर्म संख्या शून्य ही प्रदर्शित हो रहा है. जेनरल टिकट से संबंधित शिकायतों पर हकीकत में कोई कार्रवाई नहीं होती है.
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