नवादा : होलिका दहन का सबसे अच्छा मुहूर्त 16 मार्च की रात 10 बजे से लेकर 10 बज कर 16 मिनट के मध्य है. उक्त जानकारी अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के सदस्यों ने दिया. ब्राह्मण महासभा व अध्यात्म भारती परिषद की संयुक्त बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी देते हुए ज्योतिष प्रवक्ता सह कार्यालय सचिव विद्याधर पांडेय ने कहा कि 14 मार्च रात एक बज कर 25 मिनट से मीन की संक्रांति प्रवेश के साथ ही वैवाहिक व शुभ कार्यो पर विराम लग जायेगा. पुन: 14 अप्रैल विसुआ यानि मेष की संक्रांति से शुभ कार्य प्रारंभ होगा.
16 मार्च को होलिका दहन, 17 मार्च को धुरखेली, होलिकोत्सव, रंग अबीर होगा,18 मार्च को परंपरागत विधान से बुढ़वा मंगल यानी मटका होली मनाई जायेगी. महासभा की बैठक में पांडेय अभिमन्यु कुमार, मोहन पांडेय,मनोज मिश्र,धर्मेद्र झा,मतीश नारायण झा आदि मौजूद थे.