डीएल इंटर विद्यालय में स्थापना के बाद से ही नहीं हुआ एक भी कमरे का निर्माण
भवन निर्माण के लिए मिले रुपये भी हुए सरेंडर
हिसुआ : सरकार शिक्षा के विकास के लिए कई तरह की योजनाएं चल रही है और भवन निर्माण के साथ ही संसाधनों को उपलब्ध कराने के लिए लाखों रुपये आवंटित कर रही है. लेकिन, काई इलाकों के स्कूलों में इसका सही इस्तेमाल होते नहीं दिख रहा है. अभी भी ऐसे स्कूल हैं, जहां कमरों की कमी के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है. ऐसा ही एक स्कूल शहर में भी है.
दरबार चौक स्थित दृगोपाल लाल इंटर विद्यालय में स्थापना से लेकर आज तक एक भी कमरे का निर्माण नहीं हुआ है. स्थापना काल में बने स्कूल के जजर्र चार कमरों में ही अभी भी कक्षाएं चल रही है. वर्ष 2009-10 में विद्यालय भवन के निर्माण के लिए लगभग 39 लाख रुपये का आवंटन हुआ. पर, भवन का निर्माण नहीं हुआ. आखिरकार वर्ष 2011 में रुपये सरेंडर कर दिया गया.
फिलहाल स्कूल में कुल 1161 विद्यार्थी नामांकित हैं. स्कूल के चार कमरों किसी तरह नौवीं व 10वीं की कक्षाएं चलती है, लेकिन शिक्षक होने के बाद भी इंटर की कक्षाएं जगह की कमी के कारण नहीं चलती है. इस सत्र में इंटर कला में 65 व साइंस में 120 छात्रओं का नामांकन हुआ है. हालांकि, नौवीं व 10वीं के लिए उपलब्ध चार कमरों में ही ए से लेकर एच तक के सेक्शन की पढ़ाई हो रही है.