वारिसलीगंज प्रखंड के बासोचक गांव में पावरग्रिड का उद्घाटन
नवादा नगर : ककोलत के विकास में कोई कमी नहीं होने दी जायेगी. इको टूरिज्म के रूप में पूरा क्षेत्र विकसित होगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवादा जिले के ककोलत जलप्रपात की खूबसूरती को देखने के बाद कहीं. उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर पहुंच कर जरासंध के अखाड़े का मुआयना किया.
नवादा जिले के दौरे पर आये सीएम ने ककोलत जलप्रपात का भी भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने इसके सौंदर्यीकरण व विकास के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये.
मुख्यमंत्री 192 सीढ़ियों से जलप्रपात तक पहुंचे और उन्होंने झरने की धारा के पास बैठ कर इसकी खूबसूरती का आनंद लिया. उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव रवि मनुभाई परमार व प्रधान मुख्य वन संरक्षक डीके शुक्ला को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए इसकी खूबसूरती को बनाये रखते हुए इको टूरिज्म के तौर पर विकसित करने को कहा.
मुख्यमंत्री ने रोपवे, सौर ऊर्जा से पूरे क्षेत्र को रोशन करने व टूरिस्ट पार्क आदि के विकास के साथ ककोलत तक आनेवाली सभी एप्रोच सड़कों को बेहतर करने का भी निर्देश दिया. मुख्यमंत्री की नवादा यात्रा की शुरुआत वारिसलीगंज प्रखंड के बासोचक गांव में बने पावरग्रिड के उद्घाटन से की. सीएम 25 करोड़ की लागत से बने पावरग्रिड के उद्घाटन के लिए हेलीकॉप्टर से पहुंचे.
बसोचक में नवनिर्मित पावरग्रिड के उद्घाटन के समय बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव व प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार भी मौजूद थे. ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने ग्रिड से पावर वितरण से संबंधित एक प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के दौरान सीएम ने 11 विभागों के लगाये गये स्टॉल का निरीक्षण किया.
अधिकारियों की दिखी सक्रियता : डीएम कौशल कुमार, एसपी हरि प्रसाद एस के अलावा जिला प्रशासन का पूरा अमला मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ था. बासोचक में विधायक अरुणा देवी, विधान पार्षद सलमान रागीब मुन्ना, अकबरपुर में हिसुआ के विधायक अनिल सिंह, ककोलत के पास गोविंदपुर के पूर्व विधायक कौशल यादव, ककोलत विकास परिषद के मो मसीहउद्दीन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, स्पेशल ब्रांच के आइजी बच्चू सिंह मीणा व अन्य अधिकारी मुस्तैद थे.
2.96 लाख की लागत से बने पेयजल पशु नाद का निरीक्षण
मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दूसरे चरण में अकबरपुर के नेमदारगंज पहुंचे. जिले में कम बारिश व आपदा की स्थिति में पशुओं को पेयजल की समस्या से बचाने के लिए बने कैटल ट्रॉफ यानी पशु पेयजल नाद को जनता को समर्पित किया.
पीएचइडी के द्वारा जिले में 30 सौर ऊर्जा चालित पशु पेयजल नाद बनवाया जा रहा है. 2.96 लाख की लागत से बने इस सोलर चालित पंप की शुरुआत के अलावा सीएम स्थानीय लोगों से भी मिले. एक एचपी के मोटर से 20 हजार लीटर क्षमता वाली टंकी इसके लिए बनायी गयी है.