राजगीर : अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर इन दिनों दिशी विदेशी पर्यटकों से गुजार हो रहा है. रविवार के दिन इनकी संख्या में और बढ़ोतरी देखी गयी. जिसमें थाइलैंड से आये 24 सदस्यीय पर्यटकों में शामिल बौद्ध धर्मावलंबियों ने वेणुवन विहार पार्क में स्थित भगवान बुद्ध की विधिवत पूजा-अर्चना की. दूसरी ओर म्यांमार से 35 सदस्यीय पर्यटकों के दल ने राजगीर के विभिन्न दर्शनीय स्थलों का भ्रमण किया. पर्यटक सीजन के नवंबर माह से राजगीर पर्यटकों के कारण अपने अंतरराष्ट्रीय महत्व की झलक प्रस्तुत कर रहा है. यहां के बौद्ध धर्म स्थलों पर विदेशी बौद्धिस्ट तीर्थयात्रियों को पूजा अर्चना करते देखे जा सकते हैं.
इस क्रम में वेणुवन विहार पार्क में थाईलैंड के एक 24 सदस्यों का बुद्धिस्ट दल ने भगवान बुद्ध के प्रतिमा के समक्ष बौद्ध रीति रिवाज से पूजा अर्चना की. इस दल में शामिल महिला बुद्धिस्ट पर्यटक खून्न सोंगर क्रान आने बच्चों के साथ यहां पहली बार पहुंची है. उन्होंने बताया कि विश्व भर के राजगीर एक अकेला ऐसा स्थान है,
जहां भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्ति के पूर्व व ज्ञान प्राप्ति के बाद पधारे थे. वहीं सम्राट बिंबिसार ने बांस के वनों से लबरेज यह वेणुवन विहार भगवान बुद्ध को सप्रेम आश्रम के रूप में भेंट किया था. उन्होंने आगे कहा कि वेणुवन में भगवान बुद्ध ने कई चतुर्मास व वर्षावास गुजारे हैं. उनकी अलौकिक उपस्थिति का एहसास इन स्थन पर ध्यानमग्न की मुद्रा में सभी को होता है. जिसके अनेक चिन्ह वर्तमान में अवशेष के रूप में मौजूद हैं. इस दल के गाइड रवि सिंह नोबेल ने बताया कि यह दल बनारस से बोध गया होते हुए रविवार को राजगीर पहुंची है और वेणुवन विहार इनका सबसे महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों में से एक है. वहीं दूसरी ओर म्यांमार से राजगीर परिभ्रमण पर पहुंचे 35 सदस्यीय पर्यटकों के दल ने यहां के सभी ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया. जिसमें बिंबिसार कारागार स्थल की जानकारी ली़