हरनौत : पुलिस पर भारी पड़ रहे अतिक्रमणकारियों से मुक्ति दिलाने को लेकर स्थानीय ग्रामीण डीएम से लेकर सीएम तक लिखित व मौखिक गुहार लगा चुके हैं. फिर भी अब तक इन अतिक्रमणकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है. सड़क के दोनों किनारे फुटपाथी दुकानदार व होटल संचालक ,मुर्गा दुकानदार आदि के कब्जे में है. आठ लाख की लगत से डाकबंगला में सब्जी मंडी बनायी गयी है जो फिलहाल सूअरों का चारगाह बनकर रह गया है.
सब्जी विक्रेता सामने वाले फुटपाथी दुकानदार से मनमाने पैसे वसूल कर आम लोगों को फजीहत में डालने में थोड़ा सा भी नहीं हिचकते हैं जिसके चलते लगभग दिनों भर सड़क जाम जैसा नजारा देखने को मिल रहा है. अब तक कई बार प्रशासन द्वारा बलपूर्वक अतिक्रमणकारियों को सड़क किनारे से हटाया गया है लेकिन कुछ ही दिन बाद सड़क किनारे फुटपाथी दुकानदार जबरदस्ती दुकान लगाने से बाज नहीं आते हैं. हरनौत में वाहन स्टैंड नहीं रहने से बिहारशरीफ-बख्तिायरपुर की ओर जाने वाले वाहन को सड़क किनारे लगाये जाने के चलते भी जाम की स्थिति बनी रहती है. जाम के कारण स्कूली बच्चे एवं एंबुलेंस को समय पर पहुंचने में सबसे ज्यादा फजीहतों का सामना करना पड़ता है.
जाम में फंस जाने के बाद समय पर स्कूल जाने के लिए बच्चे व अस्पताल पहुंचने के लिए मरीज के परिजन व्याकुल रहते हैं, लेकिन वाहनों के लंबी कतार के बीच एंबुलेंस के सायरन भी काम नहीं आता है. कू ड़ेदान बना पुलिस सहायता केंद्र, वर्षों पूर्व गोनवां रोड़ मोड़ के पास पुलिस सहायता केंद्र बनाया गया था. जिसमें शिफ्ट वाइज पुलिस की तैनाती किया जाता था. जो सड़क जाम के अलावे आपरधिक घटनाओं पर पैनी नजर रखती थी. लेकिन आज पुलिस सहायता केंद्र कूड़ेदान बना है.
आसपास के दुकानदार इसी में कू ड़ा डालते है. वीआइपी के लिए साफ हो जाती है सड़क जब जब वीआइपी लोगों का इस सड़क से गुजरना होता है, तब तब सड़को पर तैनात रहती हैं, एक भी वाहन को रूकने नहीं देती है. जब वीआइपी लोग चले जाते है, तो फिर आम लोगों को वही समस्या सताने लगता है.