बिहारशरीफ : जिले में सोमवार को कर्मा एकादशी व्रत पारंपरिक रूप से धूमधाम से मनाया गया. बड़ी संख्या में महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर धार्मिक पवित्रता के साथ कर्मा एकादशी व्रत धारण किया. व्रत को लेकर महिलाओं द्वारा पूर्व से इसकी तैयारी की गई थी. शाम ढलते की महिलाओं ने घरों में मिट्टी की भगवान शंकर पार्वती व गणेश की प्रतिमाएं स्थापित कर पूजा अर्चना शुरू कर दिया. घरों में गाये जा रहे धार्मिक गीतों तथा स्थानीय लोकगीतों से पूरा वातावरण धार्मिक बन गया. घी हुमाद, अगरबती, कपूर आदि की खुश्बू से वातावरण में धार्मिकता घूल मिल रही थी.
व्रति महिलाओं द्वारा देर रात तक भजन, गीत और पूजन की प्रक्रिया जारी रही. घरों में महिलाओं द्वारा झूर पौधे को ओखली में स्थापित कर झूर देवता की भी पूजा की गई. ऐसी मान्यता है कि बहनों द्वारा कर्मा व्रत धारण करने से उनकी भाइयों को दीर्घायु प्राप्त होता है. हालांकि एकादशी का व्रत पुरुषों द्वारा भी किये जाने की परंपरा रही है. इस संबंध में जानकार पंडितों का कहना है कि एकादशी व्रत करने से मनुष्य को सभी पापों से मुक्ति मिलती है. मनुष्य को सभी प्रकार की सुख समृद्धि की भी प्राप्ति होती है.