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हर हाल में स्मार्ट सिटी होगा बिहारशरीफ
जून में फिर से भेजा जायेगा स्मार्ट सिटी का प्रपोजल बिहारशरीफ : स्मार्ट सिटी की आस अभी शेष है. देर भले हो हर हाल में बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी बनना तय है. पहले चरण में सफलता नहीं मिलने से नगर निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधि निराश नहीं, बल्कि जोश खरोस से काम नहीं का मन लिया […]
जून में फिर से भेजा जायेगा स्मार्ट सिटी का प्रपोजल
बिहारशरीफ : स्मार्ट सिटी की आस अभी शेष है. देर भले हो हर हाल में बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी बनना तय है. पहले चरण में सफलता नहीं मिलने से नगर निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधि निराश नहीं, बल्कि जोश खरोस से काम नहीं का मन लिया है. दूसरे चरण में सफलता नहीं मिलने के बाद एक फिर से नये सिरे से इसका गहन मंथन करने में लोग जुट है.
अधिकारियों की माने तो मापदंड क्या अपनाया गया है इसकी विस्तृत जानकारी ली जा रही है. कमियों का चिहिन्त करके आगे काम किया जायेगा. स्मार्ट सिटी के लिए 30 जून तक फिर से प्रपोजल बनाकर भेजा जायेगा. अगले 40 सिटी में शामिल होने के लिए बिहारशरीफ नगर निगम कोई कसर नहीं छोड़ेगा. विभाग द्वारा नया गाइड लाइन क्या मिलता इसी के अनुसार काम की जायेगी. नगर आयुक्त कौशल कुमार व मेयर सुधीर कुमार का कहना है कि देश के 99 शहर को स्मार्ट सिटी बनना है. और 99 में बिहारशरीफ शामिल नहीं बनने का प्रश्न ही नहीं है. लोगों ने बताया कि बिहारशरीफ कितने अंक से पिछड़ गया है, इसका आंकलन किया जा रहा है. उसी अनुसार नये सिरे से प्रपोजल को तैयार किया जायेेगा.
तीन फरवरी से चालू हो जायेगा मछली मार्केट मार्ग का टू लेन:
सड़क से निजात दिलाये जाने के लिए नगर निगम द्वारा रामचंद्रपुर मछली मंडी के पास से एक नया मार्ग बनाया गया है. नये मार्ग पर वाहनों का परिचालन तीन फरवरी से चालू हो जायेगी. नगर आयुक्त कौशल कुमार ने बताया कि इस मार्ग के चालू से जाम की समस्या से कुछ राहत मिलेगी.
इस मार्ग से गुजरने वाले के सुविधा के लिए सड़क बनायी गयी है. इस मार्ग पर भारी वाहन यानि बस ट्रक का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है. बड़े वाहनों को प्रवेश से रोकने के लिए लोहे के बैरेकेटिग कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि अस्पतालं मोड़ से रामचंद्रपुर जाने वाली छोटी वाहन अब गायत्री मंदिर के पास से नये मार्ग से गुजरेगी. वही रामचंद्रपुर से अस्पताल मोड़ से आने वाली वाहन पुराने मार्ग से होकर गुजरेगी.
अब तक रिकार्ड 4. 87 करोड़ रुपये राजस्व की वसूली:
चालू वित्तीय साल में नगर निगम ने रिकार्ड राजस्व की वसूली की है. सालाना लक्ष्य 4.82 करोड़ के आलोक में अब तक 4.87 करोड़ रुपये राजस्व की वसूली हुई है. नगर आयुक्त कौशल कुमार ने बताया कि राजस्व वसूली में नगर निगम अव्वल है. लक्ष्य से अधिक की वसूली कर ली गयी है. दो माह में 50 लाख रुपये और राजस्व वसूल होने की उम्मीद है. वर्ष 2013-14 में 1.84 करोड़ वर्ष 2014-15 में 2.04 करोड़ की ही वसूली हुई थी.
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