बिहारशरीफ : सोमवार को अपहृत छात्र रवि का शव झाड़ियों से पुलिस ने बरामद कर लिया.वह आठवीं जमात का छात्र था.
छात्र का अपहरण छह दिन पूर्व उसके एक परिचित मित्र द्वारा उस वक्त कर लिया गया था,जब वह घर से स्कूल जाने के लिए निकला था.
अपहरणकर्ताओं ने घटना के चार घंटे बाद रवि की मां को मोबाइल फोन पर फिरौती के एवज में 70 लाख रुपये की मांग की थी.पुत्र की सकुशल बरामदगी को लेकर छात्र की मां प्रीति देवी अपने एक पड़ोसी व एक रिश्तेदार को नामजद बनाते हुए नगर थाने में कांड दर्ज करायी थीं.घटना के छह दिन बाद रवि का शव दीप नगर थाना क्षेत्र के चक रसलपुर बाइपास के झाड़ी से रवि का शव बरामद किया गया.
शव की बरामदगी के बाद उग्र महिलाओं ने एसपी के आवास का घेराव करते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया.उग्र प्रदर्शन कर रही महिलाओं द्वारा एसपी आवास के मुख्य द्वारा को धक्का देकर अपनी कड़ी नाराजगी प्रकट की.बाद में एसपी के आश्वासन के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुए.
पुलिस ने शव का पोस्टमाॅर्टम करा कर उनके परिजनों को सौंप दिया है.एसपी ने बताया कि जिस स्थान से छात्र का शव मिला है,वहीं उसकी हत्या गले में तार फंसा कर दी गयी थी.आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसपी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में शव की बरामदगी के एक दिन पूर्व ही सात अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी कर ली थी.
उन्हीं के स्वीकारोक्ति बयान के बाद पुलिस द्वारा शव की बरामदगी उक्त स्थान से की गयी. मकान बेचने की थी तैयारी:मृतक के पिता कहते हैं कि पुत्र को अपराधियों के चंगुल से मुक्त कराने को लेेकर वह अपने घर को बेचने वाले थे.
घर बेच कर जो राशि मिलती उससे वह अपने एकलौते पुत्र को अपराधियों से मुक्त कराते.कहते हैं कि मकान बेचने में तो वक्त लगता ही है, साउदी अरब में कार्यरत मृतक के पिता ने बताया कि अब संतान के तौर पर एक मात्र पुत्री है,
उधर मां का रो-रो का बुरा हाल है.वारदात की सच्चाई : नगर थाना क्षेत्र के पंडित नगर निवासी कामदेव शर्मा (विदेश में कार्यरत)का 14 वर्षीय पुत्र रवि कुमार पिछले एक अक्तूबर को स्कूल जाने के लिए घर से पैदल निकला.रास्ते में एक उसका एक परिचित मित्र सूरज कुमार स्कूल छोड़ने की बात कह अपनी बाइक पर बैठा लिया था
वह उसे स्कूल ने ले जाकर शहर के नाला रोड स्थित हिमगंगे पानी सप्लाई के मैनेजर विकास कुमार उर्फ रितेश कुमार के कमरे में लाकर कैद कर दिया.
घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए मृतक के पिता ने बताया कि अपराधियों द्वारा घटना वाले दिन एक ही नंबर से लगातार तीन बार फोन किये,घटना के दूसरे दिन एक बार फोन किया गया.फोन पर अपराधी उनके पुत्र की रोने-चिल्लाने की आवाज भी सुनवाते थे.
सोमवार को अपराधियों ने टेलीफोन पर पटना रेलवे स्टेशन बीस लाख रुपये ले कर आने की बात कही थी.अपराधियों ने बताया था कि रुपये मिलने के बाद वही पुत्र को मुक्त कर दिया जायेगा