मुजफ्फरपुर: प्रखंड संसाधन केंद्र समन्वयक व संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक का चयन मुश्किलों की दौर में फंस गया है. दोनों पदों के चयन की शत्तरे पर काफी संख्या में आवेदक नहीं उतर रहे हैं. दोनों पदों पर चयन नहीं होने के कारण शिक्षा में गुणवत्ता लाने का प्रयास नाकाम हो रहा है. प्रधानाध्यापक पद पर शिक्षकों का प्रोमोशन व कंप्यूटर योग्यता के आधार पर वरीयता का निर्धारण भी दोनों पदों के चयन को मुश्किलों की दौर में खड़ा कर दिया है.
शिक्षकों ने जब दोनों पदों के लिए आवेदन दिया था. तब वह शत्तरे को पूरा कर रहे थे, लेकिन बाद में काफी शिक्षकों का प्रोमोशन प्रधानाध्यापक के पद पर हो गया. इसके बाद इन शिक्षकों को बीआरसीसी के चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जा सकता है. दोनों पदों पर कंप्यूटर योग्यता को दोनों पद पर चयन का मापदंड बनाया जाये या नहीं इस मसले पर भी विवाद फंसा हुआ है. वरीयता अंक में कंप्यूटर योग्यता में शामिल करने पर भी विवाद है.
254 पदों पर होना है चयन
बीआरसीसी के 64 पद व सीआरसीसी के 254 पदों पर शिक्षकों का चयन किया जाना है. दोनों पदों पर चयन नहीं होने से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का कार्य काफी पीछे चला गया है. दोनों पदों पर चयन की प्रक्रिया को आसान करने के लिए बिहार शिक्षा परियोजना के अधिकारियों ने बिहार शिक्षा परियोजना पर्षद से मार्गदर्शन मांगा है. हालांकि आवेदकों का कहना है कि सारे नियमों का उल्लंघन कर चयन प्रक्रिया का पूरा किया जा रहा है. दोनों पदों पर विभाग से मार्गदर्शन आने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. चयन के अध्यक्ष रामबाग टीचर्स कॉलेज की प्राचार्या नरगिस फरहाना बताती हैं कि चयन प्रक्रिया को गोपनीय रखा गया है. कुछ भी नहीं बताया जा सकता है.