मुजफ्फरपुर : बिजली बिल के लिए उपभोक्ताओं को अब एस्सेल कार्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा. एनबीपीडीसीएल के ग्रामीण इलाके की तर्ज पर अब एस्सेल ने भी ऑन स्पॉट बिलिंग की शुरुआत कर दी है. गुरुवार को पायलट प्रोजेक्ट के तहत शहर के नारायणपुर फीडर से जुड़े 40 उपभोक्ताओं का मीटर रीडिंग कर उन्हें मौके पर बिल दिया गया. इसके बाद उपभोक्ताओं ने बिल राशि का भुगतान भी किया. कंपनी इसे बड़ी सफलता मान रही है.
पीआरओ राजेश चौधरी ने कहा कि जल्द ही इसे शहर के सभी फीडरों में लागू कर दिया जायेगा. दूसरे फेज में एस्सेल के अधीन जो ग्रामीण इलाका पड़ता है. उन इलाके में भी इसकी सुविधा उपभोक्ताओं की दी जायेगी.
दो माह विलंब से मिलता है बिल
बिजली बिल को लेकर माथापच्ची काफी दिनों से चल रहा है. एनबीपीडीसीएल व एस्सेल के दावे के बावजूद उपभोक्ताओं को समय पर बिल नहीं मिल पाता है. अब देखना यह होगा कंपनी नये सिस्टम को को लागू कर कितने मुस्तैदी से बिलिंग कराती है. भुगतान तिथि से पहले लोगों को बिल मिल पाता है कि नहीं.
दरअसल दो साल पहले भी एस्सेल बिजली बिल के सुधार के लिए एक्श्न प्लान बनाया था, लेकिन इसे अब तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका. बिल के लिए लोगों को दौड़ लगानी पड़ती है. समय पर बिल नहीं मिलने से जहां बिल का बोझ बढ़ता है, वहीं उपभोक्ताओं को विलंब शुल्क भी देना पड़ता है.
उपभोक्ताओं को घर पर ही मीटर रीडिंग के साथ मिल जायेगा बिल
एनबीपीडीसीएल के बाद एस्सेल ने शुरू की कवायद
पहले दिन नारायणपुर फीडर से जुड़े 40 उपभोक्ताओं की ऑन स्पॉट बिलिंग
एक लाख ग्रामीण उपभोक्ताओं की हो रही ऑन स्पॉट बिलिंग : एनबीपीडीसीएल ने पिछले साल पहली बार जिले में ऑन स्पॉट बिलिंग की शुरुआत की थी. कंपनी का प्रत्येक महीना कम से कम एक लाख उपभोक्ताओं का ऑन स्पॅाट बिलिंग कर भुगतान प्राप्त करने का लक्ष्य है. हालांकि, शुरुआत में एक-दो माह बिलिंग सही तरीके से हुआ, लेकिन इन दिनों कंपनी को इसमें सफलता नहीं मिल रही है. फ्रेंचाइजी की शिथिलता के कारण सुविधा रहते उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. इस पर एनबीपीडीसीएल अधिकारियों की मंथन चल रही है.
आवंटन में कटौती से शाम के बाद कई इलाकों में अंधेरा : आवंटन में कटौती के बाद गुरुवार की शाम से शहर में बिजली आपूर्ति सिस्टम चरमरा गया. इससे सबसे ज्यादा परेशानी रामदयालु भिखनपुरा ग्रिड से जुड़े शहरी फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं को हुई. उसके बाद रोटेशन पर बिजली आपूर्ति की गयी. शाम चार बजे के बाद माड़ीपुर फीडर को रात 11 बजे तक दो घंटे भी सही से बिजली नहीं मिली. यही हाल कमोबेश शहर के सभी फीडरों की रही. कांटी थर्मल के एक यूनिट के शाम में अचानक ट्रिप कर जाने के कारण आवंटन में कटौती की बात कही जा रही है. बिजली कटौती के कारण शाम चार बजे के बाद जिले को फुल लोड के बदले आधी बिजली ही मिली. इधर, बिजली से परेशान उपभोक्ताओं ने एस्सेल के हेल्पलाइन व पीएसएस के नंबर पर संपर्क साधने की कोशिश की तो फोन नहीं उठा. यहां तक कि ग्रिड के कंट्रोल रूम का फोन भी नहीं उठा.