समाज में बेटा-बेटी को एक समान माना जाता है. इसके लिए सरकार बेटियों को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है. लेकिन अब भी समाज में कई ऐसे लोग हैं, जिनकी मानसिकता नहीं बदली है. वे आज भी बेटी की तुलना में बेटे को ज्यादा तवज्जों देते हैं. कुछ इसी तरह की मानसिकता का दंश नीतू को झेलना पड़ रहा है. कोई और नहीं उसके पिता ने ही उसके साथ प्रताड़ना की हद कर दी. इससे उबरने के लिए नीतू के पास जब कोई चारा नहीं रहा, तो उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
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पिता ने बेटी, बेटे ने मां को पीटा
समाज में बेटा-बेटी को एक समान माना जाता है. इसके लिए सरकार बेटियों को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है. लेकिन अब भी समाज में कई ऐसे लोग हैं, जिनकी मानसिकता नहीं बदली है. वे आज भी बेटी की तुलना में बेटे को ज्यादा तवज्जों देते हैं. कुछ इसी तरह की मानसिकता […]
मुजफ्फरपुर : नीतू का बेटी होना उसके लिए अभिशाप बन गया है. उसका पिता ही उसकी जान का दुश्मन बना है. नीतू के जन्म लेने के बाद से जो दुश्वारियां शुरू हुईं, उसकी शादी के बाद ससुराल जाने पर भी वह पीछा नहीं छोड़ रही. हैरानी की बात यह है कि पिता ने उसे वर्षों पहले न केवल मृत मान लिया है, बल्कि फर्जी तरीके से उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा कर संपत्ति हड़पने की साजिश में जुट गया है. नीतू ने पिता के उत्पीड़न के बीच मायके में जिंदगी गुजारते हुए अपनी मरजी के युवक से शादी की है. जब उसने हक के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तो पिता का तेवर और उग्र हो गया. वह अपने सहयोगियों के साथ मिल कर बेटी के ससुराल में धावा बोल दिया और मारपीट करते हुए चुप रहने की धमकी दी. नीतू के आवेदन पर कोर्ट ने पुलिस को प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया है.
वैशाली के जगदीशपुर गांव की नीतू जन्म के बाद से ही प्रताड़ित हो रही है. बेटी होने के कारण उसके पिता अरविंद कुमार सिंह बचपन से ही उसका साथ दुर्व्यवहार करते आ रहा है. बचपन से शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना झेल रही नीतू का बालिग होने पर अपनी मरजी के लड़के शादी करना उसके लिए और भी परेशानी का कारण बन गया. शादी के दौरान उपहार में प्राप्त नकदी और गहने को छीन उसे विदा कर दिया. इतना ही नहीं, मायके में किसी रिश्तेदार को फोन करने पर नीतू को गंदी-गंदी गालियां भी दी जा रही है.
नोटिस भेजने पर बेटी को बताया मृत इधर, नीतू को मायके की जमीन बिक्री की जानकारी मिली थी. पिता अरविंद से इस बाबत पूछा, तो जान से मारने की धमकी मिली. इसके बाद 31 जनवरी 2017 को वकालतन नोटिस भेज अरविंद सिंह से अपनी नकदी व गहने की मांग की. भेजे गये वकालतन नोटिस के जवाब में उन्होंने अपनी बेटी नीतू को मृत बताते हुए उसका दाह-संस्कार कर देने का लिखित बयान दिया. जिंदा होने के बाद भी पिता अरविंद द्वारा लिखित तौर पर उसे मृत बताये जाने की बात से पैतृक संपत्ति हड़पने के उनकी मंशा का खुलासा भी हो गया.
पुलिस के टालमटोल करने पर न्यायालय में की नालिसी
घटना के बाद पीड़िता नीतू ने सदर थाने पहुंच अपनी विपदा सुनायी. लेकिन पुलिस उसकी समस्या का समाधान करने के बजाय उसे ही बुरा-भला कह वहां से टरका दिया. इसके बाद वह न्यायालय पहुंच वहां मामले की नालिसी की. सुनवाई के बाद न्यायालय ने सदर पुलिस को मामले की प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन करने का आदेश दिया है.
नीतू के घर अज्ञात लोगों के साथ पहुंच की मारपीट
नोटिस भेजे जाने से बौखलाये पिता अरविंद सिंह 18 मार्च को नीतू के घर मुजफ्फरपुर सदर थाना के मझौलिया इंद्रप्रस्थ कॉलोनी पहुंच गये. उनके साथ तीन-चार अज्ञात लोग भी थे. वहां पहुंचते ही नीतू के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी. पति सुबोध कुमार सिंह ने जब विरोध किया, तो उसे भी मारपीट कर घायल कर दिया. वापसी के समय पैतृक जमीन, उपहार में मिले गहने व नकदी को भूल जाने की हिदायत दी. साथ ही किसी तरह की नोटिस भेज हक जताने पर बाल-बच्चों समेत पूरे परिवार को जान से मार देने की धमकी भी दी.
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