मुजफ्फरपुर: छात्रों के बार-बार हंगामे व तोड़फोड़ की घटनाओं को देखते हुए विवि प्रशासन ने इसके खिलाफ सख्ती बरतने का फैसला लिया है. इसकी शुरुआत पीजी हॉस्टलों से होगी. इसके लिए डीन कार्यालय से हॉस्टल में रह रहे सभी वैध छात्रों की सूची तैयार करवायी गयी है.
सूची की एक प्रति (फोटो सहित) पुलिस को भी सौंपी जा चुकी है. जल्द ही हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहे छात्रों को बाहर निकालने की कार्रवाई हो सकती है. इधर, विवि प्रशासन ने कैंपस की सुरक्षा के लिए विशेष योजना तैयार की है.
इसके तहत प्रशासनिक भवन में प्रवेश के लिए सिर्फ एक मुख्य द्वार होगा. वहां सुरक्षा की विशेष व्यवस्था होगी. शेष सभी द्वारों को बंद कर दिया जायेगा. प्रशासनिक भवन के चारों ओर बने चहारदीवारी व द्वारों को ऊंचा करने की भी योजना है. योजना लागू होने के साथ विवि ऑडिटोरियम, विवि कैंपस स्थित डाकघर, सामाजिक विज्ञान ब्लॉक की ओर से प्रशासनिक भवन में प्रवेश करने के सभी द्वार बंद हो जायेंगे. कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने शनिवार को कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार सिंह के साथ प्रशासनिक भवन के बाहरी परिसर का निरीक्षण किया व कई सुझाव दिये.
कैप्टन निषाद ने की छात्रों से मुलाकात: शनिवार को सांसद कैप्टन जयनारायण निषाद पीजी टू हॉस्टल पहुंचे व छात्रों से मुलाकात की. छात्रों ने पांच मार्च को हॉस्टल पर हुए हमले के बारे में उन्हें विस्तार से बताया. वे करीब पंद्रह मिनट तक हॉस्टल में रहे. उन्होंने हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. साथ ही इस मामले को सरकार तक उठाने का भरोसा छात्रों को दिया.