मुजफ्फरपुर: कार्यालयों की गिरती व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल ने शनिवार को क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में सुबह 10.31 बजे प्छापेमारी की.
उस वक्त मात्र चार कर्मी ही मौजूद थे. आठ कर्मी नहीं थे. आरडीडीइ भी कार्यालय में नहीं थे. आयुक्त ने जानकारी ली, कर्मियों ने कहा, वे सीतामढ़ी गये हैं. फिर सीतामढ़ी डीएम को आरडीडीइ के संबंध में जानकारी जुटाकर उपलब्ध कराने को कहा. कर्मियों की उपस्थिति पंजी मांगी तो उपलब्ध कराने वाला कर्मी भी दफ्तर में नहीं था. आयुक्त ने क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक समेत सभी गायब कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है. संतोष जनक जवाब नहीं आने पर कर्मियों का वेतन भी रोका जा सकता है.
शनिवार को आयुक्त दो वैन पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे. आयुक्त सबसे पहले आरडीडीइ से मिलना चाहे. अनुपस्थित रहने पर एकाएक कैंपस में स्थित मंदिर में पहुंचे. यहां राजस्व विभाग के एक कर्मी को दबोच लिया. उसके बारे में काफी पूछताछ की. यहां एक ठेकेदार भी मौजूद था. उसे भी दबोच लिया. दोनों से काफी देर तक पूछताछ की.
भविष्य में राजस्व विभाग के कर्मी को निलंबित किया जा सकता है. उसे कड़ी हिदायत दी गई. वहीं ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड भी किया जा सकता है. मंदिर की स्थिति व इसमें संदिग्ध लोगों को देख आयुक्त ने काफी नाराजगी व्यक्त की.
छापेमारी के कारणों में कुछ स्पष्ट नहीं है. लेकिन इस कैंपस में अवैध रूप से स्थापित मंदिर पर पहली बार आयुक्त की नजर गई है. इस मंदिर की गतिविधियों के बारे में आयुक्त को कुछ गोपनीय जानकारी हाथ लगने की संभावना है. मंदिर की गतिविधियों से निर्माण का स्पष्ट कारण पता नहीं चल रहा है.