मुजफ्फरपुर/ सीतामढ़ी: फिल्मी अंदाज में संतोष झा गिरोह के शूटर विकास झा उर्फ कालिका को उसके दो साथी छुड़ा ले गये. कोर्ट हाजत में पेशी के लिए आये कालिया को छुड़ाने के लिए उसके साथियों ने गुल पाउडर का सहारा लिया. उन्होंने हाजत में तैनात सिपाही रत्नेश्वर शर्मा की आंख में गुल पाउडर डाल दिया. इसके बाद उसकी कनपटी पर पिस्टल भिड़ा दी.
इसके बाद कालिया की हथकड़ी खोल कर उसे अपने साथ लेकर चले गये. दो से तीन मिनट में इस घटना को अंजाम दिया गया. कालिया समेत तीनों मौके से पैदल ही चले गये. ये घटना दोपहर बाद 3.40 बजे के आसपास हुई. इस दौरान इन लोगों ने कोर्ट कैंपस गेट के नजदीक सारे सुरक्षा इंतजाम को धता बता दिया. हाजत में सिपाही रत्नेश्वर शर्मा दौड़ कर हाजत प्रभारी को कैदी के भागने की सूचना दी. सूचना के तत्काल बाद एसपी पंकज सिन्हा, डुमरा थाना के अवर निरीक्षक विवेक कुमार जायसवाल, सहायक अवर निरीक्षक अनिरुद्ध प्रसाद, तकनीकी सेल के सिपाही आलोक कुमार मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया. डुमरा थाने की पुलिस भागे अपराधी की खोज में अगल-बगल छापेमारी कर रही है.
एसपी के निर्देश पर डुमरा समेत कई जगहों पर वाहन चेकिंग शुरू कर दी गयी है. एसपी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हाजत सिपाही रत्नेश्वर शर्मा उक्त अपराधी को किशोर न्याय परिषद में (पुपरी अनुमंडल कोर्ट) में पेशी के लिए ले जा रहा था, तभी गेट पर हीं पहले से मौजूद दो अन्य व्यक्ति विकास झा उर्फ कालिया से मिले. उसके बाद कालिया से सिपाही की धक्का-मुक्की हुई और इसी बीच एक ने गुल का पाउडर सिपाही के आंख में झोंक दिया. वहीं, दूसरे ने कनपटी में पिस्टल भिड़ा कर घटना को अंजाम देकर फरार हो गया. कालिया 18 अगस्त 2013 को संतोष झा के दाहिने हाथ चिरंजीवी सागर उर्फ चिरंजीवी भगत के साथ छोटकी भिट्ठा से पुलिस की गिरफ्त में आया था. कालिया ने 31 जुलाई 2013 को ठेकेदार अनुपम कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी थी. इसके पूर्व बेलसंड के माड़र घाट पर सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो इंजीनियर की हत्या में भी वांछित था. उसके विरुद्ध हत्या, लूट, रंगदारी, भयादोहन, डकैती, आर्म्स एक्ट के दर्जनों कांड सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण एवं गोपालगंज जिले के विभिन्न थानों में दर्ज है.