खलीकुर रहमान, प्रियंका प्रिया आदि ने बताया कि परीक्षा के दिन विवि प्रशासन ने प्रश्न संख्या 08 एवं 22 को गलत करार दिया था, लेकिन जब मेरिट लिस्ट जारी कर वेबसाइट पर उत्तर कुंजी डाली गयी है, तब इसमें सिर्फ 22 नंबर प्रश्न को ही गलत बताया गया है. आठ नंबर को सही बताया गया है. इसके अलावा तीन और ऐसे प्रश्न हैं, जिनका उत्तर कुंजी देखने से सही जवाब को गलत करार कर दिया गया है.
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मेरिट लिस्ट पर सवाल राजभवन पहुंचा मामला
मुजफ्फरपुर: 24 जुलाई को दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में 500 सीटों के लिए हुई बीएड नामांकन टेस्ट परीक्षा की जारी मेरिट लिस्ट पर सवाल खड़ा हो गया है. सवाल कोई दूसरा नहीं जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे, उन लोगों ने ही निदेशालय की वेबसाइट पर जारी मेरिट लिस्ट व उत्तर कुंजी को देखने के […]
मुजफ्फरपुर: 24 जुलाई को दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में 500 सीटों के लिए हुई बीएड नामांकन टेस्ट परीक्षा की जारी मेरिट लिस्ट पर सवाल खड़ा हो गया है. सवाल कोई दूसरा नहीं जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे, उन लोगों ने ही निदेशालय की वेबसाइट पर जारी मेरिट लिस्ट व उत्तर कुंजी को देखने के बाद इसकी शिकायत राज्यपाल सह कुलाधिपति एवं बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति से की है.
सही जवाब देनेवाले छात्रों को गलत उत्तर कुंजी के कारण मेरिट लिस्ट से बाहर होना पड़ गया है. छात्रों ने कुलाधिपति व कुलपति से अविलंब कार्रवाई करते हुए शुक्रवार से शुरू नामांकन की प्रक्रिया पर फिलहाल रोक लगाते हुए दोबारा उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराने की मांग की है. दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के प्रशासनिक अधिकारी ललन कुमार ने कहा कि उत्तर कुंजी बिल्कुल सही है.
इन प्रश्नों व उनके उत्तर पर है आपत्ति
प्रश्न संख्या 20 : दूरस्थ शिक्षा प्रणाली में किसे प्रवेश दिया जाता है? ऑप्शन में (A) सभी लोगों को (B) केवल वयस्कों को (C) सेवारत व्यक्तियों को (D) केवल अधिकारियों को. छात्रों ने इसका उत्तर में ऑप्शन (A) को लिखा, लेकिन उत्तर कुंजी में ऑप्शन (C) लिखा गया है.
प्रश्न संख्या 33 : इग्नू के वर्तमान कुलगुरू कौन है? ऑप्शन में (A) डॉ तोकौले (B) डॉ राम रेड्डी (C) डॉ असलम (D) इसमें से कोई नहीं. छात्रों ने उत्तर में (C) डॉ असलम लिखा है. जबकि, उत्तर कुंजी में (D) इसमें से कोई नहीं है. इस प्रश्न के बारे में निदेशालय का दलील है कि डॉ असलम इस्तीफा दे चुके हैं. हालांकि, इग्नू की वेबसाइट पर कुलगुरू में असलम का ही नाम दर्ज हैं. वे डेढ़ सालों से छुट्टी पर चल रहे हैं.
प्रश्न संख्या 56 : आपका एक छात्र हर बुधवार को पाठशाला नहीं आता, आप क्या करेंगे? ऑप्शन (A) उसके माता-पिता से बात करके कारण ढ़ूढ़ेंगे (B) उसके दोस्तों से बात करके कारण ढ़ृंढ़ेंगे (C) उसके पड़ोसियों से बात करके कारण ढ़ृंढ़ूेंगे (D) उपरोक्त सभी. उत्तर में छात्र ऑप्शन (A) को लिखा है, लेकिन उत्तर कुुंजी में (D) लिखा गया है.
इंटरमीडिएट की तरह होगा बीएड मेरिट घोटाला
बीएड नामांकन के लिए जारी मेरिट लिस्ट पर छात्रों की आपत्ति के बाद विवि अगर इसे दोबारा जांच कराता है, तब पूरी मेरिट लिस्ट ही बदल जायेगी. विवि के एक वरीय प्रोफेसर जो अधिकारी भी रहे चुके हैं. उन्होंने बताया कि इन तीनों प्रश्नों पर छात्रों की अगर आपत्ति है, तो एकदम सही है. डिस्टेंस का कॉन्सेप्ट नौकरी-पेशा वाले को शिक्षा देने का था, लेकिन फिलहाल डिस्टेंस से कोई भी व्यक्ति नामांकन लेकर पढ़ाई करता है. परीक्षा अभी हुई है. इसलिए छात्रों ने जो उत्तर लिखे है. वह बिल्कुल सही है. अधिकारी अगर इसे गलत करार दे रहे हैं, तो यह कहीं न कहीं उनकी मनमानी को दर्शाता है. इससे मेरिट वाले छात्र बीएड में नामांकन से वंचित रह जायेंगे. अगर ऐसा होता है तो यह बड़ा घोटाला है. इसी तरह इग्नू के वीसी व प्रश्न संख्या 56 को लेकर मामला फंसा है. अपनी गलती छुपाने के लिए निदेशालय व विवि अधिकारी गलत दलील देकर मामले को किसी तरह लीपापोती करने में जुटे हुए हैं. जिस तरह बिहार बोर्ड में इंटरमीडिएट टॉपर घोटाला हुआ है.
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