मुजफ्फरपुर: शिक्षा विभाग ने तीन दिनों में 16 करोड़ रुपये का हिसाब मांगा है. स्कूलों को तीन वर्ष पूर्व राशि दी गई थी. विद्यालयों ने राशि खर्च कर दिया. लेकिन हिसाब नहीं दिया. सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को इसके लिए सख्त निर्देश दिया गया है. तीन दिनों में समायोजन नहीं करने पर सभी बीइओ व शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई होगी. सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी मुस्तफा हुसैन मंसूरी बीइपी कार्यालय में बीइओ के साथ तमाम मुद्दों पर समीक्षा की. यहां शिक्षक नियोजन की पूरी प्रक्रिया से बीइओ को अवगत कराया गया.
मंगलवार को सिकंदरपुर स्थित नेहरू स्टेडियम में तरंग प्रतियोगिता होगी. यहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र व छात्रओं को राज्य स्तर पर प्रदर्शन के लिए भेजा जायेगा. साथ ही, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की 228 छात्रओं को कराटा शो के लिए राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जाने का रास्ता साफ हो गया है. शिक्षा विभाग ने विभाग के सभी कार्यालयों में शिकायत पेटिका लगाने का फैसला लिया है. यहां कोई भी गोपनीय पत्र डाला सकता है. विभाग के अधिकारी गोपनीय पत्र देखकर आगे की कार्रवाई करेंगे.
वहीं, विभाग ने अधिकारियों व कर्मियों के लिए बड़ा फैसला लिया है. जांच करने वाले अधिकारी अपने पास जांच रिपोर्ट दबाकर नहीं बैठ सकते हैं. तीन दिन जांच रिपोर्ट दबा कर रखने वाले अधिकारी व कर्मचारी भी भ्रष्ट माने जायेंगे.
इन लोगों पर भी भ्रष्टाचार की कार्रवाई होगी. साथ ही जन शिकायत के मामले निष्पादन में देरी करना भी भ्रष्टाचार में शामिल कर दिया गया है. शिक्षा विभाग ने 26 जनवरी से इन सारी बातों को लागू कर दिया है. इससे विभागीय कार्यो में पारदर्शिता आयेगी. जिला शिक्षा पदाधिकारी मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने कहा कि भ्रष्टाचार को नये सिरे से परिभाषित कर विभाग के प्रधान सचिव ने सभी अधिकारियों को आगे की कार्रवाई का निर्देश दिया है.