मुजफ्फरपुर : मां की ममता और दो बड़े भाइयों के मार्गदर्शन से प्रियंका ने इंटर कॉमर्स के परिणाम में जिले में टॉप किया है. मन में इस बात का मलाल है कि एक अंक के कारण राज्य के टॉप 10 में नहीं आ सकी. एलपी शाही कॉलेज की छात्रा प्रियंका को 401 अंक मिले हैं. उसने कहा कि आगे से इस बात का ध्यान रहेगा कि जो भी करना है,
पूरे लगन व परिश्रम के साथ. प्रियंका बैंक में अधिकारी बनना चाहती है और उसके सपनों को पंख देने में पूरा परिवार लगा हुआ है. सदर थाना क्षेत्र के सुमेरा की रहने वाली प्रियंका के सिर से
जिला टॉपर प्रियंका
पिता सुरेश साह का साया बचपन में ही उठ गया. तब से मां सरिता देवी व दो बड़े भाइयों ने पूरे स्नेह से उसका पालन-पोषण किया. अभी प्रियंका के एक भाई मारुति कंपनी में इंजीनियर व दूसरा केनरा बैंक में पीओ है. प्रियंका भी बैंक में अधिकारी बनना चाहती है. बताया कि पढ़ाई में परिवार का पूरा सहयोग मिलता है. उसने परीक्षा के लिए 10 से 12 घंटे तक तैयारी की थी. इसके अलावा अन्य दिनों में भी सात से आठ घंटे तक पढ़ाई की. अपनी सफलता का श्रेय परिवार व शिक्षकों को दिया.
पार्किंग स्टैंड है नहीं, काट रहे चालान
शहर का हाल प्रमुख बाजारों में वाहन खड़ा करने के लिए लोग होते हैं परेशान
ये है स्थिति
रोज कटते हैं 150 चालान
19 लोगों की लगी है ड्यूटी
यहां पार्किग की जरूरत. मोतीझील, जूरन छपरा, कल्याणी, अघोरिया बाजार, जवाहरलाल रोड गोला रोड, सरैयागंज, तिलक मैदान आदि.
आप तय करें, कहां बाधित नहीं होगा ट्रैफिक
यातायात प्रभारी का कहना है कि लोग उन स्थानों पर वाहन खड़ा करें, जहां ट्रैफिक बाधित नहीं हो. ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसे स्थानों को चिह्नित कैसे किया जायेगा. अगर मान लिया जाये कि किसी व्यक्ति ने कहीं वाहन खड़ा कर दिया और वो कहता है कि यहां यातायात बाधित नहीं होगा, जबकि पुलिसवाले उसे नहीं मानें, तो क्या होगा?