मुजफ्फरपुर/कुढ़नी: खरौना डीह गांव से लापता विश्वजीत रविवार को हाजीपुर में मिल गया. इसके बाद हिरासत में लिये गये विश्वजीत की प्रेमिका के पिता को छोड़ दिया गया. पुलिस ने उन्हें पीआर बांड पर रिहा किया है. विश्वजीत के मिलने की जानकारी उसके मौसेरे भाई ने पुलिस को दी. उन्होंने तुर्की ओपीध्यक्ष शशि रंजन कुमार से संपर्क कर विश्वजीत की बाइक छोड़ने की गुहार लगायी है.
ओपीध्यक्ष ने बताया कि पीड़िता के पिता का कहना है, विश्वजीत अक्सर उनके बेटी के साथ छेड़छाड़ करता था. इसकी लिखित शिकायत भी दर्ज करायी गयी है. बताया जाता है कि विश्वजीत की बहन शहर के एक कॉलेज में बीए की परीक्षा दे रही थी. उसी के साथ खरौना की रहनेवाली एक युवती भी परीक्षा दे रही थी. विश्वजीत की बहन व उस युवती में दोस्ती थी. इसी बीच विश्वजीत की जान-पहचान उस युवती से हो गयी. मामला प्रेम प्रसंग तक पहुंच गया. हालांकि युवती के पिता का कहना है, पिछले डेढ़ माह से विश्वजीत उसे परेशान कर रहा था. इसी बीच शनिवार को उक्त युवती ने फोन करके विश्वजीत को पताही चौक पर बुलाया. बताया जाता है, युवती ने अपने परिजनों के दबाव में ऐसा किया. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी थी. जब विश्वजीत पताही चौक के पास हवाई अड्डे पर पहुंचा तो युवती के परिजनों ने उसे घेर लिया. उसकी पिटाई कर बंधक बना लिया गया.
मारपीट से वह जख्मी हो गया था. इसी बीच एसएसपी को बंधक बनाने की जानकारी लगी. उनके निर्देश पर पांच थानों की पुलिस तुर्की ओपी, सदर, करजा, कुढ़नी पुलिस ने खरौना
डीह स्थित युवती के आवास पर छापेमारी की.
इस दौरान वहां से विश्वजीत की मोटरसाइकिल बरामद की गयी, लेकिन विश्वजीत के बारे में पता नहीं चला. इसके बाद पुलिस युवती के पिता को लेकर थाने आ गयी. देर रात तक उनसे पूछताछ की गयी. विश्वजीत के वोटर कार्ड से पता लगा था कि वह शेखपुरा जिले के मेंहुस निवासी अरुण कुमार का पुत्र है.