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एसकेएमसीएच में खून के लिए हंगामा
मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच में रविवार की दोपहर ब्लड बैंक में खून नहीं मिलने पर मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. स्वास्थ्य कर्मी व चिकित्सक के समझाने पर मामला शांत हुआ. दोपहर को शहर के निजी अस्पताल में इलाज करा रहे शिल्पा देवी व काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र राहुल कुमार को खून की कमी होने पर उसे […]
मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच में रविवार की दोपहर ब्लड बैंक में खून नहीं मिलने पर मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. स्वास्थ्य कर्मी व चिकित्सक के समझाने पर मामला शांत हुआ. दोपहर को शहर के निजी अस्पताल में इलाज करा रहे शिल्पा देवी व काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र राहुल कुमार को खून की कमी होने पर उसे एसकेएमसीएच भेजा गया था. दोनाें के परिजन अपना खून देने को तैयार थे. सैंपल भी लिया गया.
राहुल का ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव व शिल्पा का ब्लड ग्रुप बी निगेटिव था. दोनों ग्रुप ब्लड बैंक में मौजूद नहीं थे. वहीं परिजन के ब्लड का सैंपल लिया गया. दोनों का ग्रुप अलग था. खून देने के बाद भी मरीज को ब्लड नहीं मिलने पर परिजन हंगामा करने लगे. हंगामा होते देख ब्लड बैंक कर्मी ने लोगों समझा कर हंगामा शांत कराया. कर्मियों का कहना था कि ब्लड बैंक में मरीज के ग्रुप का ब्लड खत्म है. मरीज व उसके परिजन को परेशानी हो रही है.
एसकेएमसीएच में मात्र 64 यूनिट ही खून . एसकेएमसीएच के ब्लड बैंक में इस समय 64 युिनट ही खून है. इसमें ए व बी िनगेटिव तथा बी पॉजिटिव ग्रुप का खून नहीं है.
ऐसे मरीज अस्पताल में आते है जिनके परिजन मौजूद रहते हैं. उसके बाद भी वे खून देने को तैयार नहीं होते हैं. जिला स्तर पर चलाया जाने वाला जागरूकता अभियान आम लोगों तक नहीं पहुंच रहा है. जिसके कारण भी लोग ब्लड डोनेट करने से परहेज करते हैं. हालांकि ब्लड डोनेट करने से कोई हानि नहीं होती है. प्रत्येक स्वस्थ्य लोग को कम से कम छह माह में एक बार ब्लड डोनेट करना चाहिए. इससे कोई प्रकार की परेशानी नहीं होती है.
डाॅ जीके ठाकु, अस्पताल अधीक्षक, एसकेएमसीएच
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