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बोर्ड से होगी विवि की परीक्षा

मुजफ्फरपुर : मैट्रिक व इंटरमीडिएट की तर्ज पर अब राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में एक साथ स्नातक व पीजी की परीक्षाएं होंगी. नयी व्यवस्था सत्र 2016-17 से लागू होने की उम्मीद है. सरकार इसके लिए हायर एजुकेशन एक्जामिनेशन बोर्ड का गठन करने जा रही है. साथ ही एक ऐसा सॉफ्टवेयर डेवलप किया जा रहा है, […]

मुजफ्फरपुर : मैट्रिक व इंटरमीडिएट की तर्ज पर अब राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में एक साथ स्नातक व पीजी की परीक्षाएं होंगी. नयी व्यवस्था सत्र 2016-17 से लागू होने की उम्मीद है. सरकार इसके लिए हायर एजुकेशन एक्जामिनेशन बोर्ड का गठन करने जा रही है. साथ ही एक ऐसा सॉफ्टवेयर डेवलप किया जा रहा है, जिससे अब स्नातक व पीजी की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच ऑनलाइन होगी. इसकी मॉनीटरिंग पटना में बैठे शिक्षा विभाग के आलाधिकारी करेंगे. इसकी कवायद करीब ढाई माह से शुरू है, जो अब अंतिम चरण में है.
डॉ पलांडे हैं अध्यक्ष. बोर्ड के गठन के लिए नियम-परिनियम बनाने की जिम्मेदारी कमेटी बनाकर राज्य के तीन विश्वविद्यालयों के कुलपति व प्रतिकुलपति को दी गयी है. कमेटी के अध्यक्ष बीआरए बिहार विवि के कुलपति डॉ पंडित पलांडे को बनाया गया है, जबकि, दो अन्य सदस्य में पटना विवि के प्रति कुलपति व आर्यभट्ट विवि के पदाधिकारी शामिल हैं. ये बोर्ड के गठन का प्रस्ताव बना रहे हैं. सोमवार को पटना में शिक्षा मंत्री व शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के साथ आयोजित बैठक में तैयार नियम-परिनियम पर अंतिम मुहर लगने की उम्मीद हैं. बीआरए बिहार विवि के कुलपति ने ही सरकार को हायर एजुकेशन एक्जामिनेशन बोर्ड का प्रस्ताव दिया था.
500 कॉलेज के प्राचार्यों की बैठक
बोर्ड के गठन से पूर्व राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के अधीन आने वाले सरकारी व संबंद्ध कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक होगी. इसमें सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रति कुलपति, कुलसचिव समेत विवि के अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे. बैठक मिठनपुरा स्थित आम्रपाली ऑडिटोरियम में होने की संभावना है. लेकिन बैठक कब होगी, इसकी तिथि अभी तय नहीं हो सकी है. कुलपति सह तीन सदस्यीय कमेटी के अध्यक्ष डॉ पंडित पलांडे ने बताया कि सोमवार को सरकार के साथ तय मीटिंग में तिथि पर फैसला हो जायेगा.
स्नातक में लागू होगा सीबीसी सिस्टम
बोर्ड के गठन के साथ ही यूजीसी के निर्देश पर राज्य के सभी विवि में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट (सीबीएस) सिस्टम भी लागू हो जायेगा. पहले इसे स्नातक में लागू करने की योजना है. इस सिस्टम को लागू होने के बाद अगर कोई छात्र साइंस विषय से ऑनर्स की पढ़ाई कर रहा है, तो वह सब्सीडियरी विषय में आर्ट्स व कॉमर्स का विषय का चयन कर पढ़ाई कर सकता है. इससे बीपीएससी, यूपीएससी जैसे परीक्षाओं में सफलता हासिल करने मे छात्रों को लाभ मिलेगा.
बिहार विवि तैयार करेगा सिलेबस
राज्य के सभी विश्वविद्यालयों का सिलेबस भी बीआरएबीयू ही तैयार करेगा. राजभवन ने इसकी पूरी जवाबदेही कुलपति डॉ पंडित पलांडे को दी है. वीसी ने विकास पदाधिकारी डॉ कल्याण कुमार झा को अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञों के साथ मीटिंग कर 15 दिनों के अंदर सिलेबस बनाने को कहा है. इसके बाद सभी विवि के कुलपति व विशेषज्ञों के साथ मीटिंग कर अंतिम फैसला लिया जायेगा.
रंग लायी कुलपति की पहल
प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षा एक साथ लेने का प्रस्ताव बिहार विवि के कुलपति डॉ पंडित पलांडे की ओर से भेजा गया था. अब उनका प्रयास रंग लाता दिख रहा है. अगर इस पर अमल होगा, तो विवि में सत्र लेट आदि की समस्या खत्म हो जायेगी.

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