इस बदलाव के तहत अब पीजी के सभी विषयों की लिखित परीक्षा को 70 नंबर कर दिया गया है. इसके अलावा 30 नंबर के लिए अब छात्राओं को कई दौर से गुजरना पड़ेगा. इसमें उनके अनुशासन, हावभाव व आइक्यू पर नंबर मिलेंगे. इसके लिए अलग-अलग नंबर निर्धारित किये गये हैं. 15 नंबर पाने के लिए छात्रों को टर्मिनल एग्जाम देना होगा. इसके अलावा पांच नंबर के लिए सेमिनार एंड आइक्यू, पांच नंबर डिसप्लिन एंड अटेंडेंस के लिए निर्धारित है. बता दें कि इससे पहले पीजी की जो भी परीक्षाएं होती थीं, उसमें 80 नंबर की लिखित और 20 नंबर का प्रायोगिक शामिल था.
इसकी वजह से छात्र-छात्राओं को लिखित परीक्षा में अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ती थी. लेकिन इस बार इसमें बदलाव कर दिया गया है. यह बदलाव पिछले साल ही विवि ने लागू करने का फैसला लिया था, लेकिन किन्हीं कारणों से ऐसा नहीं हो सका था. लेकिन इस बार फर्स्ट सेमेस्टर से इस नियम को लागू कर दिया गया है. इसके अलावा विवि 70 नंबर की लिखित परीक्षा में शार्ट और लांग क्वेश्चन में कुछ बदलाव करने की फिराक में है. इसके लिए अगले महीने होने वाली सीनेट की बैठक में प्रस्ताव देने की तैयारी भी चल रही है. इसमें कुछ शार्ट व कुछ लांग क्वेश्चन में बदलाव किये जा सकते हैं.