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कदाचार हुआ तो नपेंगे केंद्राधीक्षक व मजस्ट्रिेट

कदाचार हुआ ताे नपेंगे केंद्राधीक्षक व मजिस्ट्रेट माध्यमिक बोर्ड परीक्षा: -परीक्षा की तैयारी बैठक में नोडल अधिकारी ने दी चेतावनी -अधीक्षक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट को नकल रोकने का जिम्मा -किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका पर रिपोर्ट देने को कहा -वीक्षकों की नियुक्ति में भी विशेष ध्यान देने का निर्देश फोटो:: माधव संवाददाता, मुजफ्फरपुर मैट्रिक […]

कदाचार हुआ ताे नपेंगे केंद्राधीक्षक व मजिस्ट्रेट माध्यमिक बोर्ड परीक्षा: -परीक्षा की तैयारी बैठक में नोडल अधिकारी ने दी चेतावनी -अधीक्षक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट को नकल रोकने का जिम्मा -किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका पर रिपोर्ट देने को कहा -वीक्षकों की नियुक्ति में भी विशेष ध्यान देने का निर्देश फोटो:: माधव संवाददाता, मुजफ्फरपुर मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में किसी विद्यालय में कदाचार की शिकायत मिली तो वहां के केंद्र अधीक्षक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट नपेंगे. बोर्ड परीक्षा हर हाल में कदाचारमुक्त व स्वच्छ माहौल में संचालित कराना सरकार व बोर्ड की प्राथमिकता है. यह बातें राज्य मुख्यालय से नामित नोडल अधिकारी सह बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक निगम के वरीय पदाधिकारी राजेश थदानी ने संभावित केंद्राधीक्षकों की बैठक में कही. मंगलवार को बीबी कॉलेजिएट के सभागार में परीक्षा की तैयारी के लिए बैठक बुलायी गयी थी. श्री थदानी ने सरकार व बोर्ड की मंशा से सबको अवगत कराते हुए बताया कि परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने की पहली जिम्मेदारी केंद्र अधीक्षक व प्रशासन की ओर से तैनात स्टेटिक मजिस्ट्रेट की है. इसमें किसी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी. अगर गड़बड़ी की आशंका होती है, तो प्रशासन व विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दें, जिससे उसको रोकने की व्यवस्था की जा सके. प्राइवेट स्कूलों के बारे में भेजेंगे प्रस्ताव जिले में मैट्रिक के लिए 50 व इंटर के लिए 36 केंद्र चयनित किये गये हैं. विभाग ने कई प्राइवेट स्कूलों को भी केंद्र बनाया है. समीक्षा के दौरान यह बात सामने आने पर श्री थदानी ने डीइओ को निर्देश दिया कि पहले इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को प्रस्ताव भेज दें. परीक्षार्थियों की अधिक संख्या व संसाधनों की कमी का जिक्र करते हुए बोर्ड से प्राइवेट स्कूलों को केंद्र बनाने की अनुमति लेनी है. डीइओ गणेश दत्त झा ने बताया कि विकल्प कम होने के कारण प्राइवेट स्कूलों को केंद्र बनाना पड़ा है, लेकिन वहां नकल रोकने की पूरी व्यवस्था की जायेगी. सर, एक बेंच पर दो बच्चे बैठे तो होगी दिक्कत सर, बड़े बेंच पर दो व छोटे बेंच पर एक परीक्षार्थी के बैठाने से दिक्कत आयेगी. इससे संसाधनों की कमी हो जायेगी. फिर सभी परीक्षार्थियों को बैठाने के लिए कमरे भी कम पड़ेंगे. बैठक के दौरान एक केंद्राधीक्षक ने अपनी समस्या बतायी तो अन्य कई लोगों ने भी इसका समर्थन किया. केंद्राधीक्षकों का कहना था कि बोर्ड ने परीक्षार्थियों को बैठाने का जो मानक तय किया है, उसके लिहाज से जगह का इंतजाम करना भी मुश्किल होगा. श्री थदानी ने कहा कि बेंच की लंबाई के अनुसार परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था कर ली जाएगी, लेकिन यह ध्यान रहे कि नकल न होने पाए. शहर से दूर के केंद्रों पर विशेष नजर विभाग की ओर से संवेदनशील व सामान्य श्रेणी के निर्धारण पर भी कई केंद्राधीक्षकों ने आपत्ति की. कई केंद्र अधीक्षकों का तर्क था कि जब उनके यहां पहले कभी परीक्षा हुई ही नहीं तो किस आधार पर उनके विद्यालय को संवेदनशील बना दिया गया. डीइआे गणेश दत्त झा ने बताया कि मुख्यालय से दूर के केंद्रों को विशेष श्रेणी में रखा गया है. मुख्यालय के केंद्रों पर सभी अधिकारियों की नजर रहेगी, जबकि दूर के केंद्रों पर विशेष व्यवस्था करनी पड़ेगी. ऐसे केंद्रों पर पहले से ही नकल रोकने को लेकर कड़ी व्यवस्था की जाएगी. आज देखेंगे संभावित केंद्रों की स्थिति नोडल पदाधिकारी राजेश थदानी विभागीय अधिकारियों के साथ बुधवार को परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करेंगे. केंद्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या के अनुसार डेस्क-बेंच की उपलब्धता के साथ ही चहारदीवारी, पेयजल, शौचालय व अन्य सुविधाओं की समीक्षा करेंगे. उनके साथ डीइओ के साथ ही विभाग के अन्य अधिकारी भी रहेंगे. अगर किसी केंद्र पर समुचित व्यवस्था नहीं होगी तो उसे बदला भी जा सकता है. 22 तक भेजनी है मुख्यालय को रिपोर्ट बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर बोर्ड को पल-पल की रिपोर्ट भेजी जा रही है. नोडल पदाधिकारी तैयारी की समीक्षा के बाद 22 जनवरी तक अपनी रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा के प्रधान सचिव व निदेशक को भेजेंगे.

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