मुजफ्फरपुर: शिक्षा का मंदिर माने जानेवाले कॉलेज में दो युवक नशे की हालत में घुसते हैं और वह चलती क्लास तक पहुंच जाते हैं. इससे कॉलेज की व्यवस्था पर सवाल खड़ा होता है. आखिर कॉलेज की क्लास तक दोनों छात्र पहुंचने में कैसे कामयाब रहे. क्या कॉलेज गेट पर छात्रों की चेकिंग का इंतजाम था? अगर हां, तो इन युवकों को क्यों नहीं चेक किया गया. नशे की हालत में दोनों मोटरसाइकिल से अंदर गये. वह भी तब जब कॉलेज चल रहा था. यह न कॉलेज में छुट्टी का समय था, न कॉलेज खुलने का. दोपहर एक बजे का समय था, जब सभी कक्षाओं में पढ़ायी हो रही होती है.
यह कॉलेज की गरिमा का मामला तो है ही. साथ ही उन सैकड़ों छात्रों की सुरक्षा का भी सवाल है, जो कॉलेज में पढ़ने आते हैं. अभिभावकों की इस बात को लेकर चिंता स्वाभाविक है. आखिर कॉलेज में छात्र कैसे सुरक्षित रहेंगे. यह पहली घटना नहीं है. इससे कुछ महीने पहले एलएस कॉलेज में चलती क्लास में मनचले छात्र पहुंच गये थे, जिन्होंने क्लास में पढ़ रही छात्राओं के साथ छेड़खानी की थी.
इसके अलावा अंगरेजी, इतिहास व लाइब्रेरी में भी छेड़खानी की घटना हो चुकी है. आखिर, ऐसी घटनाएं होने के बाद भी सबक क्यों नहीं लिया जाता?