मुजफ्फरपुर : नीरज ने बताया कि उसने जब इंटर की परीक्षा दी थी, तभी उसे पता था कि वह अच्छा रैंक लायेगा. उसे खुशी तो है पर इस बात का अफसोस भी है कि वह पहला रैंक लाने से चूक गया. उसने बताया कि अभी हाल ही में हुई जइइ मेन की परीक्षा में उसने 260 अंक लाया है.
नीरज ने बताया कि उसने प्रभात खबर द्वारा करायी गयी प्रतिभा खोज परीक्षा में भी भाग लिया था. उसमें उसने बिहार में पहला स्थान लाया था. इसके बाद प्रभात खबर की ओर से उन्हें लैपटॉप पुरस्कार के रूप में दिया गया. उसने बताया कि लैपटॉप से पढ़ाई में काफी सहूलियत मिली. नीरज ने कहा कि दो जून को आइआइटी एडवांस की परीक्षा होने वाली है. जिसमें वह अव्वल आकर आइआइटी में जायेगा.
सपना पूरा करेगा बेटा
नीरज के पिता शंभू कुमार किसान सलाहकार हैं. वह सरैया प्रखंड स्थित पगइयां रामपुर डोमर गांव के रहने वाले है. बेटे को पढ़ाने के लिये शहर में रखा है, लेकिन खुद वह गांव में ही रहते है. शंभू कुमार ने कहा कि वह भले ही इंजीनियर नहीं बन पाये लेकिन बेटे को इंजीनियर बनते देखना चाहते हैं. सीमित आय में नीरज की पढ़ाई में कोई कमी नहीं करते थे. मां मालती देवी ने बताया कि उसके बेटे ने आज माता पिता का सर ऊंचा कर दिया है.
कॉलेज का नाम किया रोशन
महेश भगत बनवारी लाल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य रजनीकांत प्रसाद ने बताया कि बिहार में 10 वां रैंक लाकर नीरज ने कॉलेज का नाम रोशन किया है. नीरज पढ़ाई में अच्छा था. श्री प्रसाद ने बताया कि कॉलेज के सभी शिक्षक भी कहते थे कि वह इस साल अव्वल आयेगा. गुरुवार को जब रिजल्ट आया तो कॉलेज के सभी शिक्षकों के चेहरे पर खुशी का लहर दौड़ गयी. हर शिक्षक उसे बधाई देने के लिये पहुंचे और मिठाई भी खिलायी.