विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में कमरा आवंटन के लिए हर बार मारामारी मचती है. वैसे तो नियम-कानून के तहत ही छात्राओं को कमरा आवंटित किया जाता है, लेकिन कमरे को खाली कराने में विवि प्रशासन को पसीना छूट जाता है. पीजी फोर्थ सेमेस्टर की छात्राओं के लिए आवंटित हॉस्टल में इन दिनों जगह पाने की होड़ मची है. वहीं विवि सूत्रों की मानें तो करीब तीन दर्जन छात्राओं ने परीक्षा खत्म होने के बाद भी कब्जा जमाए रखा है. हालांकि कई छात्राओं ने बिना नोटिस के खुद ही कमरा खाली भी कर दिया है. इसको लेकर डीएसडब्लू वीरेंद्र कुमार सिंह ने हॉस्टल के वार्डेन को नोटिस भेजकर कमरा खाली कराने को कहा है. बताया जाता है कि नोटिस के बाद भी छात्राएं जमी हुई है.
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बीआरएबीयू: पीजी हॉस्टल में जमी हैं तीन दर्जन छात्राएं
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में एक तरफ गलत तरीके से कमरा आवंटन को लेकर छात्राओं ने बवाल शुरू कर दिया है, तो दूसरी ओर करीब तीन दर्जन छात्राएं नियमों को ताक पर रखकर हॉस्टल में जमी हुई हैं. डीएसडब्लू की ओर से उन्हें हफ्ता भर पहले ही नोटिस भेजी जा चुकी […]
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में एक तरफ गलत तरीके से कमरा आवंटन को लेकर छात्राओं ने बवाल शुरू कर दिया है, तो दूसरी ओर करीब तीन दर्जन छात्राएं नियमों को ताक पर रखकर हॉस्टल में जमी हुई हैं. डीएसडब्लू की ओर से उन्हें हफ्ता भर पहले ही नोटिस भेजी जा चुकी है, लेकिन उस पर किसी ने अमल नहीं किया. विवि प्रशासन ने चेतावनी दी है कि तत्काल कमरा खाली नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में कमरा आवंटन के लिए हर बार मारामारी मचती है. वैसे तो नियम-कानून के तहत ही छात्राओं को कमरा आवंटित किया जाता है, लेकिन कमरे को खाली कराने में विवि प्रशासन को पसीना छूट जाता है. पीजी फोर्थ सेमेस्टर की छात्राओं के लिए आवंटित हॉस्टल में इन दिनों जगह पाने की होड़ मची है. वहीं विवि सूत्रों की मानें तो करीब तीन दर्जन छात्राओं ने परीक्षा खत्म होने के बाद भी कब्जा जमाए रखा है. हालांकि कई छात्राओं ने बिना नोटिस के खुद ही कमरा खाली भी कर दिया है. इसको लेकर डीएसडब्लू वीरेंद्र कुमार सिंह ने हॉस्टल के वार्डेन को नोटिस भेजकर कमरा खाली कराने को कहा है. बताया जाता है कि नोटिस के बाद भी छात्राएं जमी हुई है.
विवाद से भी बढ़ी मुश्किलें
पीजी गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं के बीच कमरा आवंटन को लेकर शुरू हुए विवाद से भी मुश्किलें बढ़ गई है. पीजी फोर्थ सेमेस्टर की छात्राओं को हॉस्टल एक व चार में जगह दी जाती है. दो छात्राओं को नियम विरूद्ध तरीके से कमरा आवंटित किए जाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कुछ छात्राओं ने धरना शुरू कर दिया था. अधिकारियों के समझाने-बुझाने पर काफी मुश्किल से मान सकीं, लेकिन अभी भी यह मामला शांत नहीं हुआ है.
दो हॉस्टल निर्माणाधीन, राहत
हॉस्टल में जगह के लिए लगभग हर साल खींचतान होती है. छात्राएं किसी तरह जुगाड़ लगाकर हॉस्टल में रहना चाहती है, लेकिन सीमित जगह होने के कारण उन्हें दिक्कत होती है. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के डीएसडब्लू वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कैंपस में ही दो हॉस्टल निर्माणाधीन है. जल्द ही काम पूरा होने की उम्मीद है. निर्माण कार्य पूरा होने के बाद काफी सुविधा मिलेगी.
पीजी गर्ल्स हॉस्टल में पीजी फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा दे चुकी करीब तीन दर्जन छात्राएं अभी भी है. उन्हें हॉस्टल खाली कराने के लिए एक सप्ताह पहले नोटिस भेजी गई है. नियमत: परीक्षा देने के बाद उन्हें खुद हॉस्टल खाली कर देना चाहिए था. कई छात्राएं हॉस्टल छोड़ भी चुकी है. नोटिस के बाद भी अगर इन छात्राओं ने हॉस्टल खाली नहीं किया तो विवि को उचित कार्रवाई करना पड़ेगा.
वीरेंद्र कुमार सिंह-डीएसडब्लू
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