उसका गांव के ही एक अन्य व्यक्ति से विवाद चल रहा था, जिसका समझौता हो चुका था, लेकिन शनिवार की रात आरोपित जमादार अचानक संजय के यहां छापेमारी करने पहुंच गया.
उसके पास संजय के यहां छापा मारने का वारंट तक नहीं था. बताया जाता है कि वो थाने से एस ड्राइव पर निकला था, लेकिन साथियों को लेकर संजय के यहां पहुंच गया. संजय का आरोप है कि विरोधियों के मिल कर जमादार ने हमारे घर में छापेमारी की और 13 साल की बहन को अगवा कर लिया. जिसकी हम लोगों ने काफी खोज-बीन की है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला है. मामले को लेकर भटौलिया गांव में तनाव है. इधर, मीनापुर के इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार झा ने संजय की ओर से लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि छापेमारी की खुन्नस निकालने के लिए संजय की ओर से ऐसा कहा जा रहा है.