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सीसीटीवी फुटेज से पता चलेगा पेड़ तक कैसे पहुंचा बंदी साबिर

मुजफ्फरपुर:शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंदी मो साबिर उर्फ फिरोज उर्फ फारुख की बुधवार की गतिविधि सीसीटीवी कैमरे से जांच की जा रही है. केंद्रीय जेल अधीक्षक ई जितेंद्र कुमार खुद इसकी जांच कर रहे हैं. सीसीटीवी से देखा जा रहा है कि साबिर बुधवार को कहीं किसी के साथ तो नहीं था. वह […]

मुजफ्फरपुर:शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंदी मो साबिर उर्फ फिरोज उर्फ फारुख की बुधवार की गतिविधि सीसीटीवी कैमरे से जांच की जा रही है. केंद्रीय जेल अधीक्षक ई जितेंद्र कुमार खुद इसकी जांच कर रहे हैं. सीसीटीवी से देखा जा रहा है कि साबिर बुधवार को कहीं किसी के साथ तो नहीं था. वह अस्पताल के 11 नंबर वार्ड से बाहर कितने बजे निकला और किससे बात की. जेल के अंदर लगे उस कैमरे का भी फूटेज खंगाला जा रहा है, जिस कैमरे से वह पेड़ दिखता है जिसके ऊपर चढ़ कर साबिर ने आत्महत्या की थी.
शरीर पर फारुख व प्रेमिका का नाम खुदवाया था
मो साबिर ने अपने शरीर पर अपनी प्रेमिका का नाम खुदवा रखा था. उसने शरीर पर फारुख व प्रेमिका का नाम गुदवा रखा था. जेल सूत्रों की मानें तो 8 दिसंबर को जेल आने के बाद जब उसकी तलाशी ली गयी थी, उस वक्त उसके पेट पर अंकित नाम देखा गया था. जब साबिर से पूछता गया कि क्या उसने अपनी पत्नी का नाम खुदवाया है तो उसने जवाब दिया था कि इससे वह बहुत प्यार करता है. उसकी बातों से जेल प्रशासन को आभास हो गया था कि जिस लड़की को लेकर साबिर भागा था और जिसके कारण वह जेल आया है, उसी का नाम वह गुदवा रखा है.
अस्पताल के 11 वार्ड में रखा गया था साबिर
केंद्रीय जेल अधीक्षक ने कहा कि साबिर को कैदियों के वार्ड में नहीं रखा गया था. उसे अस्पताल के 11 नंबर वार्ड में सबसे अलग रखा गया था. जेल सूत्रों की मानें तो वार्ड 11 के बंदी से वह अपनी व अपनी प्रेमिका के बारे में अक्सर बातें किया करता था. वह बार-बार यही कहता था कि वह अपनी प्रेमिका के बिना नहीं रह सकता है. वार्ड में वह अपनी प्रेमिका के लिए रोया भी करता था. वार्ड के बंदी ने इसके बारे में जेल प्रशासन को बताया था.

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