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तोरी के बीज में नहीं आया अंकुरण, किसान को नुकसान

तोरी के बीज में नहीं आया अंकुरण, किसान को नुकसान खेत में बीज डालते ही सब दावा झूठ साबित100 से 200 रुपये प्रति किलोग्राम खरीदा था बीज डीएओ बोले, साक्ष्य हैं तो करें शिकायत, होगी कार्रवाईकिसानों की आवाज सुनने वाला कोई नहीं वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर धान की फसल फेल होने के बाद रबी फसल में […]

तोरी के बीज में नहीं आया अंकुरण, किसान को नुकसान खेत में बीज डालते ही सब दावा झूठ साबित100 से 200 रुपये प्रति किलोग्राम खरीदा था बीज डीएओ बोले, साक्ष्य हैं तो करें शिकायत, होगी कार्रवाईकिसानों की आवाज सुनने वाला कोई नहीं वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर धान की फसल फेल होने के बाद रबी फसल में तोरी भी फेल कर रहा है. इस बीज में अंकुरण नहीं आया है. बीज में अंकुरण नहीं आने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों ने 20 अक्तूबर के बाद खाली पड़े खेतों में तेलहनी बीज की बोआई की थी ताकि खरीफ में होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके. लेकिन, किसानों को अपने घर से ही नुकसान हो गया. खेतों में दिया गया उर्वरक, बीज व जुताई का पैसा बरबाद हो गया. किसानों का कहना है कि नामी दुकानों से बीज लेकर तोरी की बोआई की थी. दुकानदारों ने कहा, बीज बढ़िया है. अंकुरण अच्छा निकलेगा. बेहतर उत्पादन होगा. लेकिन खेत में बीज डालते ही सब दावा झूठ साबित हो गया. रैनी गांव के राम नारायण ठाकुर बताते हैं कि तोरी का बीज अंकुरित नहीं हुआ. आखिर कहां से बीज खरीद कर बोआई करें जो किसानों के हित में होगा. लाइसेंस वाले दुकानदार से बीज लेकर बोआई की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. लेकिन कृषि विभाग को कोई मतलब नहीं है. नेमोपुर के मो जाकिर हुसैन बताते हैं कि उर्वरक-बीज के दुकानों में सही सामान नहीं मिलता है. लाइसेंसी दुकान से बीज और उर्वरक लेकर खेती की थी. उनके गांवों में तोरी की खेती और कई लोगों ने की थी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. स्थिति किसानों की बदतर हो गयी है. किसानों की आवाज सुनने वाला कोई नहीं है. किसान संघर्ष मोरचा के वीरेंद्र राय बताते हैं कि सकरा व मुरौल प्रखंड में लगभग किसानों के खेत में तोरी का बीज फेल कर गया. अंकुरण नहीं निकला है. किसानों ने 100 रुपये से 200 रुपये प्रति किलोग्राम बीज खरीदकर बोआई की. उर्वरक डाला था. लेकिन, काफी नुकसान हुआ. जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार बताते हैं कि अभी तक विभाग से किसी भी किसानों को तोरी और सरसों का बीज नहीं दिया गया है. किसानों ने बीज कहां से खरीदा है इस पर बहुत कुछ निर्भर करता है. किसानों के पास अगर साक्ष्य है तो शिकायत करें. जांच के बाद आगे कार्रवाई होगी.

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