साहेबगंज: सीएम नीतीश कुमार का दलित प्रेेम छलावा है. नीतीश नहीं चाहते कि दलित का बेटा पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बने. इसलिये उनके झांसे में न आयें. अपमान का हिसाब इस चुनाव में लें. ये बाते पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने रविवार को कही. वे उमवि शाहपुरपट्टी में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि दलितों पर अत्याचार बढ़ा है. मासूम के साथ बालात्कार की घटनाएं हो रही हैं. परंतु नीतीश को इसकी सुधि लेने की फूर्सत नहीं है. श्री मांझी ने कहा कि एक-दूसरे के विरोधी रहे नीतीश-लालू सत्ता के लोभ में एक हो गये हैं.
यह महागंठबंधन छलावा है. इसका कोई अस्तित्व नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार उन्हें मुखौटा मुख्यमंत्री बनाकर रखना चाहते थे. उन्होंने बिहार में अमन चैन कायम करने व सर्वांगीण विकास के लिए एनडीए को समर्थन देने की अपील की. कहा कि बिहार के सर्वांगीण विकास पर पीएम मोदी की विशेष नजर है. अध्यक्षता हम के प्रखंड अध्यक्ष नैयर आलम ने की. वक्ताओं में भूपाल भारती, लखींद्र राम, बुंदेल पासवान, अब्दुल रहमान मिस्टर आदि शामिल थे.