13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गीता में वर्णित राजयोग आज की जरूरत

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी की बिहार सेवा केंद्रों की संचालिका रानी दीदी ने दिया संदेशवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरविश्व योग दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बिहार सेवा केंद्रों की मुख्य संचालिका राजयोगिनी रानी दीदी ने कहा है कि भारत शुरू से ही पूरे विश्व को योग व अध्यात्म की शिक्षा देता रहा है. संसार में […]

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी की बिहार सेवा केंद्रों की संचालिका रानी दीदी ने दिया संदेशवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरविश्व योग दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बिहार सेवा केंद्रों की मुख्य संचालिका राजयोगिनी रानी दीदी ने कहा है कि भारत शुरू से ही पूरे विश्व को योग व अध्यात्म की शिक्षा देता रहा है. संसार में अनेक प्रकार के योग व शारीरिक प्राणायाम की मुद्रायें प्रचलित हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ व निरोग रखने में सहायक हैं. भौतिक साधनों में खुशी व शांति की खोज करना परछाई पकड़ने जैसा है. वर्तमान समय में गीता वर्णित राजयोग के अभ्यास की जरूरत है, जिससे मन स्वस्थ व निरोगी बन सके. योग का वास्तविक अर्थ है दो अलग-अलग अस्तित्व वाली संस्था का मिलन. आज ऐसे योग की जरूरत है जो भौतिक शरीर को संचालित करने का चैतन्य सत्ता आत्मा को स्वस्थ व पवित्र बनाते हुए परमात्मा से मिलन करा कर सुख, शांति व खुशी की अनुभूति करा सके.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें