मुजफ्फरपुर: जिले में डेंगू के आठ मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ गयी है. दो दिन पहले तक मरीजों की संख्या महज चार थी. जांच में पांच अन्य मरीज मिलने से विभाग पेशोपश है. जिला स्तर पर डेंगू से बचाव के लिए कोई पहल नहीं की गयी है. दूसरी ओर डेंगू के मरीजों की लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 25 व्यक्ति ऐसे हैं, इनका एनएस वन टेस्ट पॉजीटिव आया है. डॉक्टर इन्हें डेंगू का संदिग्ध मरीज मान रहे हैं. एलाइजा टेस्ट के बाद इनके डेंगू की पुष्टि होगी.
डेंगू के मरीजों में सकरा के मझौलिया निवासी वशिष्ठ कुमार व मोतिहारी के श्यामपुर भटहा निवासी प्रमोद कुमार का एसकेएमसीएच के वार्ड तीन में इलाज चल रहा है. अन्य मरीजों को जांच के बाद घर भेज दिया गया है. अब तक किसी मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ी है. माइक्रोबायोलॉजी विभाग में अब तक जितने मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई है, उसमें तीन दिल्ली से आये हैं. जबकि अन्य यहीं निवास कर रहे थ़े सदर अस्पताल में जांच की सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को मेडिकल कॉलेज व पैथोलॉजिकल सेंटरों में जांच करानी पड़ रही है.
बचाव के लिए नहीं शुरू हुआ अभियान
डेगू से बचाव के लिए जिले में मच्छरों पर काबू नहीं पाया जा रहा है. विभाग की ओर से एक सप्ताह पूर्व यह कहा गया था कि पीएचसी स्तर पर फॉगिंग करायी जाएगी, लेकिन यह भी शुरू नहीं हुआ. डेंगू से बचाव के लिए भी गांवों में जागरूकता कार्यक्रम नहीं चलाया जा रहा है. बीमारी से बचने का उपाय नहीं पता होने के कारण लोग इस बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं.
डेंगू के मरीजों में बढ़ोतरी चिंता का विषय है. कई लोग दिल्ली से बीमारी लेकर लौटे हैं. इसकी जांच व इलाज की पूरी व्यवस्था एसकेएमसीएच में है. जांच किट की सप्लाई वहीं होती है. पीएचसी स्तर पर फॉगिंग करायी जायेगी. लोगों को इससे बचाव की जानकारी दी जा रही है. सभी पीएचसी प्रभारियों को इसके लिए अलर्ट कर दिया गया है.
डॉ ज्ञान भूषण, सिविल सजर्न