11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

प्रभात खबर जागरुकता अभियान: लोगों ने छोड़ा काम, ली एइएस से बचाव की जानकारी

मुजफ्फरपुर: जिगर के टुकड़े के जीवन से ज्यादा जरू री कोई काम नहीं है. बच्चों की जान बचेगी तो और काम बाद में भी हो जायेगा. चाहे घर का काम हो या मजदूरी, पहले अपने बच्चों को बचाने का उपाय करेंगे. ऐसी ही सोच के तहत रविवार को मुशहरी प्रखंड स्थित नवादा गांव के लोग […]

मुजफ्फरपुर: जिगर के टुकड़े के जीवन से ज्यादा जरू री कोई काम नहीं है. बच्चों की जान बचेगी तो और काम बाद में भी हो जायेगा. चाहे घर का काम हो या मजदूरी, पहले अपने बच्चों को बचाने का उपाय करेंगे. ऐसी ही सोच के तहत रविवार को मुशहरी प्रखंड स्थित नवादा गांव के लोग खुली जगह पर जमा हुए. मौका प्रभात खबर की ओर से आयोजित एक्यूट इंसेफ्लाटिस सिंड्रोम से बचाव की जागरूकता सभा का था. जन जागरण के तीसरे पड़ाव के तहत प्रभात खबर ने इस गांव का चयन किया था. एइएस से बचाव की जानकारी लेने के लिए पुरुषों के अलावा महिलाएं अपने बच्चों को लेकर आयी थी.

करीब दो घंटों तक बैठ कर लोगों ने एइएस से बचाव की जानकारी ली. प्रभात खबर के अभियान में केजरीवाल अस्पताल के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार सहित मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पवन भी शामिल हुए थे. लोगों ने दोनों डॉक्टरों की ओर से बताये गये बचाव उपायों को सुना. सभा की सबसे खास बात यही रही कि सभा की समाप्ति तक लोगों का आना जारी रहा. जिसने भी सुना कि बुखार व चमकी से बचाव की जानकारी देने के लिए शहर से डॉक्टर आये हैं, वे अपना काम छोड़ कर जानकारी लेने पहुंचे. सभा में बड़ी संख्या में आशा, आंगनबाड़ी सेविका व एएनएम शामिल हुईं.

जागरुकता कार्यक्रम चलाने का लिया संकल्प. सभा में जानकारी लेने आये लोगों ने टोला स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने का संकल्प लिया. लोगों ने कहा कि हमें जो जानकारी यहां मिली है, उसे हम टोले में लोगों को बतायेंगे. जिला पार्षद मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह ने आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं के अलावा अन्य लोगों से यह संकल्प कराया कि वे बचाव की जानकारी ऐसे लोगों को बतायें, जिनको बीमारी की जानकारी नहीं है. सभा में शमिल रनिया, सीता, मोती, कृष्णा सहित कई महिलाओं ने कहा कि गांव में कभी भी जागरूकता अभियान नहीं चला. गरमी आने पर हमेशा डर लगा रहता था. सभा में उपमुखिया बीएन गुप्ता, पैक्स सदस्य राजकिशोर, संजय कुमार मिश्र, पैक्स सदस्य नागेंद्र महतो, आशा प्रतिमा देवी, एएनएम अनुपमा कुमारी, आंगनबाड़ी सेविका विनीता कुमारी ने भी एइएस से बचाव की जानकारी दी.
बच्चों को दें प्रोटीनयुक्त भोजन : डॉ राजीव. केजरीवाल के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार ने कहा कि एइएस बीमारी का मूल कारण कुपोषण है. बच्चे स्वस्थ व साफ रहेंगे तो उन्हें यह बीमारी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रोटीनयुक्त भोजन दें तो उनमें बीमारी से लड़ने की क्षमता बढ़ेगी. उन्होंने लोगों से बच्चों को सुबह नाश्ते में अंकुरित चना, मूंग व गुड़ देने को कहा. उन्होंने कहा कि गेहूं के आटे में चना का सत्तू मिला कर बनाया हुआ रोटी बच्चों को खिलायें. बच्चों को रात में भोजन नियमिति रूप से करायें. रात में खाना खाने के बाद उसे थोड़ा सा गुड़ निश्चित रू प से खाने के लिए दे. इससे शरीर में चीनी की मात्र नहीं घटेगी. डॉ राजीव ने कहा कि बच्चों को फास्ट फूड खिला कर रात में कभी नहीं सुलाये. उसमें प्रचुर मात्र में प्रोटीन व विटामिन नहीं है.
खान-पान ठीक हो तो नहीं होगी बीमारी : डॉ पवन
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पवन ने कहा कि जिले में एइएस से हर वर्ष दर्जनों बच्चे की जान जाती है, लेकिन हमलोग चाहे तो बच्चों को बीमार पड़ने से बचा सकते हैं. गरमी भर बच्चों के खान-पान, रहन-सहन, खेलने सहित अन्य गतिविधियों पर नजर रखना होगा. बच्चों को शुद्ध व ताजा भोजन, शुद्ध पानी देने के अलावा उसे धूप में जाने से रोकना भी हमारा दायित्व है.
बच्चों की सफाई पर ध्यान देना, रोज नहलाना व गरमी से बचाना भी बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है. हमलोगों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए. यदि हम पहले से ही बचाव के साधन अपनाते हैं तो बीमारी से बच्चों को बचा सकते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें