मुजफ्फरपुर: छपरा-मुजफ्फरपुर नयी रेल लाइन योजना की भूमि अधिग्रहण के लिए जिला भू-अजर्न विभाग को राशि उपलब्ध नहीं करायी गयी है. इसके कारण योजना के लैप्स होने का संकट खड़ा हो गया है. विभाग की ओर से शनिवार को राशि उपलब्ध कराने के लिए तीसरी बार रेलवे को स्मार पत्र भेजा गया है. इसमें कहा गया है कि विभाग को राशि उपलब्ध नहीं करायी गयी तो भू-अजर्न के प्रस्ताव को व्ययगत (लैप्स) कर दिया जायेगा. भू-अजर्न विभाग ने इससे पूर्व भी राशि उपलब्ध कराने के लिए रेलवे को स्मार पत्र भेज चुका है.
इस योजना के लिए अनुमानित प्राक्कलन राशि 55 करोड़ रुपये के करीब है. जबकि रेलवे की ओर से अब तक आठ करोड़ राशि ही दी गयी है. इस संबंध में जारी पत्र में बताया गया है कि रेलवे को 12 राजस्व ग्राम में भूमि अधिग्रहण का दखल कब्जा दिलाया जा चुका है. लेकिन, राशि के अभाव में शेष ग्रामों के दखल-कब्जा व धारा सात एवं 17 के तहत कार्रवाई बाधित है.
281 एकड़ जमीन का अधिग्रहण
मुजफ्फरपुर-छपरा रेल परियोजना के लिए 38 गांवों में 281 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. नयी भू अजर्न नीति के तहत अधिग्रहण के लिए कुल प्राक्कलन राशि 545267180 (चौवन करोड़ बावन लाख सड़सठ हजार एक सौ अस्सी) है.
इन गांवों में होना है अधिग्रहण
छपरा उर्फ चाकू छपरा, अम्बीरा चौबे, रहमतपुर, लालपुरा, चकिया उर्फ विशुनपुर अनंत, चक इब्राहिम, मझवा पाकड़, चक सैदानी, धनौज शेख, विशुनपुर अनंत, रेवाडीह, रामपुर नगवा, रामपुर फागु, हरपुर बेनी, बनियां, महमदपुर बाया, कमालचक उर्फ चाकु छपरा, चक अलाशेर उर्फ चाकू छपरा, चक अलीशेर उर्फ बासु चक, जुझार पुर, नरहर सराय, नरहर सराय टू, विश्वेश्वर पट्टी , नेमापट्टी पकौली, चकिया उर्फ चक अफजल, भगवानपुर, पोखरैरा, रुपौली- 2 , बाया डीह, बंगरा, मिठनपुरा, नवरंगशाहपुर, करजा डीह, जलालपुर, रुपौली, मड़वन खुर्द, जियन खुर्द, बसंतपुर चादर नंबर सात एवं महम्मदपुर सूबे.