इसमें विभिन्न संगठनों, अभिभावक व समाज के प्रबुद्ध लोगों को बुलाया गया है. शैक्षणिक मामले में निजी स्कूल में किस तरह की समस्याएं अभिभावकों को उठानी पड़ रही हैं, इन्हीं मुद्दों पर बैठक में चर्चा होगी. बैठक में लोगों से मिले सुझाव के बाद जिला प्रशासन स्तर पर मामले की समीक्षा की जायेगी.
पढ़ाई के बदले अनावश्यक फीस पर रोक लगाने के लिए सभी को मतभेद भुलाकर सामने आना होगा. वार्ड पार्षद त्रिभुवन राय ने कहा, शिक्षा माफिया बेखौफ हो गये हैं. प्रशासन से इनकी मिलीभगत है. वार्ड पार्षद अंजार व शीतल गुप्ता ने कहा, हम लोग जनता के प्रतिनिधि हैं, इसलिए इस तरह के शोषण से लोगों को मुक्त कराना हमारा दायित्व है. वार्ड पार्षद रामनाथ गुप्ता ने कहा, इस अभियान से सांसदों व विधायकों को भी जोड़ना होगा. इस मौके पर आसिफ इकबाल, संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव झा, मो राजा, राजेश् राम, आनंद महतो, महेश महतो, रेयाज अंसारी, कमल किशोर प्रसाद ने निजी स्कूलों के अनावश्यक फीस वसूली पर आक्रोश व्यक्त किया.