मुजफ्फरपुर: छात्र नेता शमीम हत्याकांड में वार्ड 26 के पार्षद संजय पासवान व बबन देव ने शुक्रवार को सीजेएम के समक्ष आत्मसर्मपण कर दिया. इन दोनों के साथ अनिल ओझा के गार्ड शंभू सिंह के खिलाफ बुधवार को वारंट जारी किया गया था. तीनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. पुलिस की दबिश के बीच संजय पासवान व बबन देव ने अपने अधिवक्ता सुशील कुमार के माध्यम से सर्मपण किया.
दोपहर 12.30 बजे के आसपास संजय पासवान अधिवक्ता के साथ सीधे सीजेएम कोर्ट पहुंचे. कोर्ट में सर्मपण करने के बाद उसे 30 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, हालांकि आरोपित वार्ड पार्षद को दबोचने के लिए कोर्ट परिसर के आस-पास पुलिस मौजूद थी, लेकिन पार्षद के सर्मपण की भनक तक नहीं लगी. पार्षद के सर्मपण के दो घंटे बाद ही समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बरहेता निवासी बबन देव भी सीजेएम कोर्ट में सर्मपण करने पहुंचा.
उसे भी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. बताया जाता है कि कुर्की की कार्रवाई के भय से अभियुक्तों ने आत्मसर्मपण किया है. बीते मंगलवार को ही विवि पुलिस ने वार्ड पार्षद संजय पासवान, समस्तीपुर जिला के बरहेता निवासी बबन देव व अनिल ओझा के गार्ड शंभु सिंह के खिलाफ वारंट के लिए आवेदन दिया था. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने तीनों के खिलाफ वारंट जारी कर दिया था.
रिमांड पर लेगी पुलिस
शमीम हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस दोनों अभियुक्तों को रिमांड पर लेगी. पुलिस के जांच में यह बात सामने आयी है कि बबन देव छात्र नेता की हत्या के समय घटनास्थल पर मौजूद था. पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इसके साथ ही जाइलो गाड़ी बरामद करना भी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. छानबीन में यह बात सामने आयी थी कि घटना को अंजाम देने के बाद सभी अभियुक्त जाइलो पर सवार होकर फरार हुए थे.
अनिल की गिरफ्तारी बनी चुनौती
खबड़ा निवासी अनिल ओझा की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. पुलिस लगातार उसके ठिकानों व रिश्तेदारों के घर छापेमारी में जुटी है, लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. संभावना जतायी जा रही है, उसने नेपाल को ठिकाना बना लिया है. हालांकि विशेष टीम लगातार उसे दबोचने के लिए दूसरे जिलों में छापेमारी कर रही है.