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वारदात: शहर में एके-47 व मकसूदपुर में चली पिस्टल, गैंगवार में चार की हत्या
जिले के लिए बीता सोमवार दो बड़ी वारदातों का गवाह बना. इनमें चार की हत्या हो गयी. हत्या के पीछे गैंगवार को कारण बताया गया. चार में से तीन लोगों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है. मकसूदपुर में हुई दोनों हत्या में रुन्नीसैदपुर विधायक के पति राजेश चौधरी का नाम आया है. हालांकि राजेश […]
जिले के लिए बीता सोमवार दो बड़ी वारदातों का गवाह बना. इनमें चार की हत्या हो गयी. हत्या के पीछे गैंगवार को कारण बताया गया. चार में से तीन लोगों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है. मकसूदपुर में हुई दोनों हत्या में रुन्नीसैदपुर विधायक के पति राजेश चौधरी का नाम आया है. हालांकि राजेश ने इससे इनकार किया है. वहीं, शहर के कालीबाड़ी में राम प्रवेश सिंह की हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है. पुलिस हत्या के पीछे कयास ही लगा रही है, जिसमें आजाद हिंद फौज का नाम भी आ रहा है. राम प्रवेश पुलिस का बड़ा मुखबिर था. जिले में जिस तरह से एक दिन में दो बड़ी वारदात हुई हैं, उससे कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़ा हो गया है.
गाड़ी से खींच कर रामप्रवेश को मारी गोली, चालक की भी हत्या
मुजफ्फरपुर: मिठनपुरा थाना क्षेत्र के कालीबाड़ी रोड में भगवती कम्युनिकेशन के पास मंटू शर्मा हत्याकांड में नामजद रामप्रवेश सिंह की हत्या कर दी गयी. उसे अपराधियों ने अत्याधुनिक एके-47 व पिस्टल से भून डाला: हमले में रामप्रवेश की गाड़ी चला रहा चालक दीनानाथ भी मारा गया. दीनानाथ गंभीर रूप से जख्मी हुआ था, जिसने एसकेएमसीएच में दम तोड़ा. दीनानाथ सुगौली के छपरा बांस गांव का रहनेवाला था. पुलिस इसे भी गैंगवार का नतीजा मान रही है.
जानकारी के मुताबिक, सोमवार शाम साढ़े सात बजे रामप्रवेश सिंह सफेद रंग की स्कॉर्पियो (बीआर05 पी 2096) से कालीबाड़ी रोड होकर जा रहा था. इसी बीच दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने ओवरटेक करते समय उसकी गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग होते ही चालक ने गाड़ी रोक दी. इसी बीच बाइक से उतर कर अपराधियों ने उसकी गाड़ी को दोनों ओर से घेर लिया. अपराधियों ने एके-47 व पिस्टल से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. चालक की बायीं ओर सीट पर बैठे राम प्रवेश के पास जाकर अपराधियों ने उसे नजदीक से गोली मारी. उसकी मौत हो जाने के बाद सभी अपराधी भारतमाता चौक की ओर फरार हो गये.
हमलावरों ने इतनी गोलियां चलायी कि राम प्रवेश की गाड़ी के शीशे चकनाचूर हो गये. गाड़ी के दायीं तरफ के दोनों शीशे व बायीं ओर के एक शीशे पर दर्जनों गोलियों के निशान हैं. फायरिंग में चालक दीनानाथ गंभीर रूप से जख्मी हो गया. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंच गये. जब मौके पर पुलिस पहुंची, तो दीनानाथ गाड़ी के पास ही लगी ईंट के ढेर पर बैठा था. उसके शरीर से खून बह रहा था. पुलिस ने उसे इलाज के लिए एसकेएमसीएच पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. पुलिस को राम प्रवेश का शव गाड़ी के पास बायीं ओर पड़ा मिला. गाड़ी के बाहर शव के पास मिठाई का डिब्बा व पॉलीथिन में रस माधुरी रखी हुई थी.
बताया जाता है कि राम प्रवेश अक्सर चतुभरुज स्थान में कजरी नाम की नर्तकी के पास जाता था. मिठाई उसने कजरी के लिए ही खरीदी थी. पुलिस हत्या के कारणों व किस गिरोह के सदस्यों ने राम प्रवेश सिंह को मारा है, इसका पता लगाना शुरू कर दिया है. पुलिस ने बताया कि रामप्रवेश सिंह पर कई मामले दर्ज थे. मंटू शर्मा की हत्या में उसे नामजद किया गया था, लेकिन पुलिस जांच के दौरान उसका नाम हटा दिया गया था. बताया जाता है कि राम प्रवेश पुलिस की मुखबिरी भी करता था.
मुखबिरी की आड़ में अपराध करता था रामप्रवेश
कालीबाड़ी रोड में सोमवार की शाम मारे गये मोतिहारी के डबल मर्डर केस का आरोपित रामप्रवेश सिंह एक शातिर अपराधी था. पुलिस को उसकी तलाश शहर के चर्चित मंटू शर्मा व आशुतोष पांडेय हत्या में थी. पकड़ीदयाल के बड़का गांव का रहने वाला राम प्रवेश के बारे में बताया जा रहा है कि अपराध जगत में वह काफी चर्चित था. पुलिस महकमा में भी उसकी गहरी पैठ थी. वह पुलिस मुखबिर का चोला पहन कर छोटे-बड़े अपराध तो करता ही था, अपराधियों के लिए लाइनर का भी काम करता था. रामप्रवेश पर पूर्वी चंपारण जिले के नगर, छतौनी, मुफस्सिल, मधुबन, पताही, मधुबन,पताही व पकड़ीदयाल में भी हत्या, लूट, रंगदारी व अपहरण के मामले दर्ज है. उसकी हत्या की खबर मिलते अपराध जगत में खलबली मच गयी.
परिजनों ने पुलिस से किया संपर्क
रामप्रवेश की मुजफ्फरपुर में हत्या कर दिये जाने की सूचना के बाद परिजन पुष्टि के लिए पकड़ीदयाल थाना से लेकर उसके साथियों के पास फोन लगाते रहे. पकड़ीदयाल के प्रभारी थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि उसके घर से फोन आया था, लेकिन उन लोगों ने कुछ बताया नहीं.
पुलिस के मोबाइल से मांगी थी रंगदारी : पुलिस सूत्रों की माने तो वर्ष 2006 में एक थानाध्यक्ष का मोबाइल लेकर राम प्रवेश ने अपहरण की फिरौती मांगी थी. उस मामले में थानाध्यक्ष पर विभागीय कार्रवाई भी हुई थी. बताते हैं कि समस्तीपुर से एक घी व्यवसायी का अपहरण हुआ था, जिसमें रामप्रवेश भी शामिल था. उसने मोतिहारी के एक थानाध्यक्ष का मोबाइल फिरौती मांगने में इस्तेमाल किया था.
किसान का पुत्र है रामप्रवेश
पकड़ीदयाल के बड़का गांव का रहने वाला रामप्रवेश एक साधारण परिवार का था. उसके पिता सुरेश सिंह किसान हैं. उसके परिवार के रोजी-रोटी का एकमात्र साधन खेतीबारी है. वह जमीनी विवाद के एक मामले में पहली बार जेल गया था.
मंटू की हत्या के बाद हुआ फरार
आठ अगस्त 2014 की रात करीब 9:45 बजे शहर के श्रीकृष्ण नगर मुहल्ला में मंटू शर्मा व आशुतोष पांडेय की एके 47 से छलनी कर दिया गया. उसमें कुख्यात टुन्ना सिंह, सुजय पांडेय व रामप्रवेश सिंह सहित नौ लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. उस घटना के बाद से ही रामप्रवेश अंडरग्राउंड हो गया.
गोली मारने से पहले हुई थी हाथापाई
मुजफ्फरपुर. गैंग वार का शिकार बने राम प्रवेश को अपराधियों ने स्कार्पियो से उतार कर कनपटी में सटा कर गोली मारी थी. घटनास्थल के प्रारंभिक छानबीन से इस बात के सबूत मिले है. बताया जाता है कि एके 47 से गोलियों की बरसात कर गाड़ी को रोकने पर मजबूर कर दिया था. अपराधी उसकी हत्या करने ही पहुंचे थे. गाड़ी रूकते ही अपराधियों ने चालक की बायीं तरफ बैठे राम प्रवेश पर शीशे के बाहर से ही कई राउंड फायरिंग की. उसे गाड़ी से उतार कर कनपटी में गोली मारने के बाद आश्वास्त हो गये कि वह मर चुका है, तब वे मौके से फरार हो गये. बताया जा रहा है कि घटना में किसी बड़े गिरोह का हाथ है, जिसका पूर्वी चंपारण से तार जुड़ा है. हालांकि वरीय अधिकारी कुछ भी खुलासा करने से परहेज कर रहे है. पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि उत्तर बिहार के किन-किन गिरोह के पास एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियार है.
बिखरा पड़ा था मांस का लोथड़ा
स्कार्पियो के अंदर कई जगह मांस का लोथड़ा बिखरा पड़ा था. गाड़ी की बायीं ओर शव के पास भी कई टुकड़े पड़े थे. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि अचानक गोली की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका गूंज उठा था. घटना के बाद आसपास के दुकानदार दुकान बंद कर फरार हो चुके थे.
पुलिस अफसरों का था चहेता
अपराधी प्रवृति के रामप्रवेश कई पुलिस अफसरों का चहेता था. पूर्वी चंपारण से लेकर मुजफ्फरपुर के कई पुलिस अधिकारियों से उसकी खासी बनती थी. मंटू शर्मा की हत्या के बाद उसने साहेबगंज को अपना ठिकाना बना लिया था. ससुराल होने की वजह से उसे अक्सर उसी इलाके में देखा जाता था. उसकी मौत की जानकारी होने पर फोन से ही दूसरे जिले के अधिकारी भी जानकारी लेने में जुटे थे. इधर, कई पुलिस अधिकारियों ने उसे घूमने-फिरने से मना भी किया था. लेकिन वह नहीं मानता था.
रूटीन से अपराधी थे परिचित
जिस तरीके से रामप्रवेश की हत्या की गयी है, उससे छानबीन में पता चला है कि अपराधी उसके रूटीन से परिचित थे. उसका पहले से पीछा कर रहे थे. कालीबाड़ी रोड में घुसते ही उस पर फायरिंग शुरू कर दी गयी.
काजल उर्फ कजरी से आता था मिलने
राम प्रवेश का कालीबाड़ी में रहने वाली नर्तकी काजल उर्फ कजरी से मधुर संबंध था. वह अक्सर उससे मिलने आता था. देर रात तक मुजरा सुनने के बाद लौट जाता था. सोमवार की शाम भी वह पुरानी बाजार के माखन स्वीट्स से मिठाई खरीदने के बाद वह नर्तकी से मिलने जा रहा था.
गांव से आया था गेहूं लेकर
छानबीन के दौरान यह बात सामने आयी है कि राम प्रवेश सोमवार को ही अपने गांव से काजल के लिए गेहूं लेकर चला था. अपनी गाड़ी गांव में छोड़ कर कपड़ा व्यवसायी के स्कार्पियो से वह सुबह ही चला था. ऐसा माना जा रहा है कि वह सुबह में भी नर्तकी के पास गया था. गेहूं देकर वापस लौट आया था. शाम में दुबारा जाने के क्रम में उसकी हत्या हो गयी. पुलिस का कहना है कि मंगलवार को नर्तकी से पूछताछ की जायेगी.
आखिर रेड लाइट एरिया में क्यों ध्यान नहीं दे रही पुलिस
आखिर रेड लाइट एरिया की ओर पुलिस का ध्यान अभी क्यों नहीं जा रहा है. काफी दिनों से इस एरिया में पुलिस के द्बारा संदिग्ध गतिविधियों पर नजर नहीं रखी जा रही है. दशकों से वहां छोटे से लेकर बड़े अपराधियों का अड्डा रहा है. बार-बार गोलीबारी की घटना इस इलाकों में होती रहती है. कई हत्याएं भी हो चुकी है. कई अपराधियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. तस्करी कर लाये गये कई लड़कियों को भी यहां से बरामद किया जा चुका है. जाली पासपोर्ट मामले में भी इस इलाके से चार लड़के को पकड़ा गया था. इस एरिया की लड़की रानी को भी अपराधियों ने गोली मार दी थी. मुशहरी के अपराधी भारत भूषण हत्या भी इसी इलाके में भी हुई थी.
बड़े अपराधियों व अय्याशी करने वाले बड़े लोगों का भी इस इलाके में आना-जाना दशकों से है. इधर हाल के कुछ महीने से पुलिस इस इलाके में हाथ डालना नहीं चाह रही है. सूत्रों की माने तो कुछ बड़े सफेदपोशों को इस इलाके में लगातार आने व उनके प्रभाव के कारण पुलिस की छापेमारी अब इस इलाके में नहीं हो रही है. पहले जब कोई भी आपराधिक घटनाएं घटती थी तो पुलिस पहले इस इलाके में छापेमारी करती थी. कई बार पुलिस को उपलब्धि भी हासिल हुई.
गाड़ी पर लिखा था वैज्ञानिक अधिकारी परमाणु ऊर्जा विभाग
राम प्रवेश सिंह जिस गाड़ी से जा रहा था, उस पर वैज्ञानिक अधिकारी परमाणु ऊर्जा विभाग का बोर्ड लगा था. इस बोर्ड को संदिग्ध माना जा रहा है. हालांकि जिस समय हमला हुआ, बोर्ड ढंका हुआ था. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आखिर गाड़ी किसकी है, जिससे राम प्रवेश सिंह जा रहा था. शुरुआती जांच में गाड़ी पकड़ीदयाल के किसी कपड़ा व्यवसायी की बतायी जा रही है.
मृतक की पहचान रामप्रवेश के रूप में हुई है. घटना के कारणों का पता किया जा रहा है. प्रारंभिक जांच में गैंगवार की बात सामने आयी है. मृतक पर भी पूर्व से मामले दर्ज थे.
राजेंद्र कुमार भील, सिटी एसपी
लाइन होटल पर मछली खाने आये थे मनोज व मिट्ठू, हो गयी हत्या
मुजफ्फरपुर/मीनापुर: मीनापुर थाना क्षेत्र के मकसूदपुर लाइन होटल पर अंधाधुंध फायरिंग कर दो युवकों की हत्या कर दी गयी. घटना सोमवार की शाम करीब सवा चार बजे की है. वारदात को दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने अंजाम दिया. मारे गये लोगों की पहचान कटरा थाना के धनौर निवासी मनोज सिंह व मिट्ठू मिश्र के रूप में की गयी है. दोनों अपराधी प्रवृत्ति के थे. दोनों पर सीतामढ़ी व मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों में लूट, आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं. इस हत्याकांड में रून्नीसैदपुर के विधायक पति की संलिप्तता की बात सामने आ रही है. इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
बताया जाता है कि कटरा थाना के धनौर निवासी नवल किशोर सिंह का पुत्र मनोज कुमार (30) व विष्णु कुमार मिश्र का पुत्र मिट्ठू मिश्र (30) सोमवार की शाम चार बजे के आसपास पल्सर पर सवार होकर मकसूदपुर लाइन होटल पर गये थे. उनके साथ एक अन्य युवक भी था. लाइन होटल पर पहुंचकर दोनों ने मछली बनाने को कहा. ऑर्डर कर वह होटल पर बाहर ही बैठ गये. इसी बीच पल्सर व अपाचे बाइक पर सवार चार अपराधी मौके पर पहुंचे. इन लोगों ने आते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. अपराधियों ने मनोज के सिर व सीना सहित अन्य जगहों पर पांच गोली मारी. मिट्ठू को चार गोली लगी. दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी. सरेशाम गोली चलने से लाइन होटल पर अफरातफरी मच गयी. प्रत्यक्षदर्शियों ने फौरन मीनापुर थाना को मामले की जानकारी दी.
लोगों का कहना था कि अपराधी किस ओर से आये थे, यह पता नहीं चल पाया. फायरिंग से सहमे लोग दुबक गये थे. गोलीबारी के बाद अपराधी रूनीसैदपुर की ओर भाग गये.
इधर, दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच लाया गया. परिजनों को भी पूरे मामले की जानकारी दे दी गयी है. सूचना पर डीएसपी पूर्वी मो एम अहमद सहित कई थानों की पुलिस मेडिकल पहुंची. पुलिस का कहना था कि दोनों मृतक की गैंगवार में हत्या हुई है. दोनों पर नानपुर थाना में डकैती, बोचहां में लूट व आर्म्स एक्ट, कटरा सहित कई थानों में प्राथमिकी दर्ज हैं.
फरार हुआ लाइनर
लाइन होटल पर मनोज व मिट्ठू के साथ पहुंचने वाला तीसरा युवक कौन था? पुलिस इस बात की जांच कर रही है. बताया जाता है कि उसने ही लाइनर का काम किया है. हत्यारों को उसने ही सूचना दी थी. प्रारंभिक छानबीन में इस हत्याकांड के पीछे रुन्नीसैदपुर के विधायक गुड्ड चौधरी के पति राजेश चौधरी की संलिप्तता सामने आ रही है.
मारे गये दोनों में से किसी को वह नहीं पहचानते हैं. वे किसी भी जांच को तैयार है. राजनीति व समाज सेवा के अलावा अपराध से उनका कोई वास्ता नहीं है.
राजेश चौधरी, रुनीसैदपुर विधायक पति
प्रारंभिक छानबीन में गैंगवार की बात सामने आयी है. रुन्नीसैदपुर के विधायक पति का नाम सामने आ रहा है. परिजनों के बयान पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
मो मुत्तफिक अहमद, डीएसपी पूर्वी
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