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सीतामढ़ी जेजेबी से भागे बाल बंदी वापस लौटे

मुजफ्फरपुर: दो जनवरी को सिकंदरपुर स्थित रिमांड होम के दो बाल बंदी सीतामढ़ी जेजेबी (किशोर न्याय परिषद) के समक्ष उपस्थित होने के बाद सिपाही से धक्का-मुक्की कर फरार हो गये थे. बुधवार की देर शाम करीब सात बजे ये दोनों बाल बंदी सिकंदरपुर स्थित रिमांड होम में वापस लौटे. रिमांड होम के प्रभारी अधीक्षक सह […]

मुजफ्फरपुर: दो जनवरी को सिकंदरपुर स्थित रिमांड होम के दो बाल बंदी सीतामढ़ी जेजेबी (किशोर न्याय परिषद) के समक्ष उपस्थित होने के बाद सिपाही से धक्का-मुक्की कर फरार हो गये थे. बुधवार की देर शाम करीब सात बजे ये दोनों बाल बंदी सिकंदरपुर स्थित रिमांड होम में वापस लौटे. रिमांड होम के प्रभारी अधीक्षक सह गृहपति ललन शर्मा ने बताया की सीतामढ़ी जेजेबी से फरार हुए दोनों बाल बंदियों ने बुधवार को सीतामढ़ी में जेजेबी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.

रिमांड होम से सिपाही मो असलम खाव व कमलेश्वर राय दोनों बाल बंदियों को लेकर जेजेबी के समक्ष उपस्थित कराने ले गये थे. वहीं से लौटने के क्रम में आत्म्समर्पण किये बाल बंदियों को ले जाने का आदेश जेजेबी द्वारा इन्हें मिला. इन्हें लेकर वापस लौटे. जानकारी के मुताबिक, सीतामढ़ी पुलिस ने फरार बाल बंदियों में से चार को एक दिन पूर्व धर दबोचा. इसके बाद से पुलिस फरार बाल बंदियों की जगह-जगह तलाश रही थी. इसी भय के कारण इन दोनों बाल बंदियों ने जेजेबी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है.

बाल बंदी की जेजेबी जज से शिकायत

मुजफ्फरपुर. रिमांड होम के प्रभारी अधीक्षक ने एक बाल बंदी को हटाने को लेकर जेजेबी जज शिकायत की है. इसमें बताया कि इस बाल बंदी पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं.

इनमें हत्या, लूट, डकैती जैसे गंभीर आरोप हैं. इस बाल बंदी के कारण पूरे रिमांड होम में विधि व्यवस्था खराब होने की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. सीतामढ़ी सोनबरसा के रहने वाले इस बाल बंदी द्वारा कई बार होम में हंगामा किया जाता है और यह दूसरे बंदियों को बहकाता है. दो जनवरी को 11 बाल बंदी फरार हुए थे. उनमें से जिन चार को पकड़ लिया गया था, यह उनमें से एक है. इस बाल बंदी ने दो दिन पूर्व रिमांड होम के प्रभारी अधीक्षक को धमकी देते हुए इसकी शिकायत जेजेबी के जज से की थी.

दस बाल बंदी हुए छोड़ने का आदेश

मुजफ्फरपुर : विभिन्न अपराध के मामलों में रिमांड होम में बंद दस बाल बंदियों के मामले की सुनवाई करते हुए उन्हें छोड़ने का आदेश दिया. लेकिन अधिक देर हो जाने के कारण इन्हें नहीं भेजा गया. जिला बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशिका रोजी रानी ने बताया कि गुरुवार को मुक्त हुए सभी बाल बंदियों को उनके परिजनों के सुपूर्द कर दिया जायेगा.

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