मुजफ्फरपुर : मध्याह्न् भोजन करने से बच्चे की तबीयत खराब होने पर स्कूल के प्राचार्य व रसोइया पर कार्रवाई होगी. विद्यालय व अन्य सार्वजनिक स्थल पर मिड डे मील बनाने व खाने से पूर्व किये जाने वाले सावधानी से संबंधित चेक लिस्ट लगाया जायेगा. खाने में ब्रांडेड तेल व मसाला का उपयोग सुनिश्चित की जायेगी. सामान लाने वाले की जिम्मेवारी तय होगी. प्रत्येक महीने वरीय अधिकारी स्कूल का औचक निरीक्षण करेंगे. और दिन का भोजन विद्यालय में ही करेंगे.
यह बातें डीएम अनुपम कुमार ने शनिवार को मिड डे मील योजना की समीक्षा के दौरान कही. बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारी, मध्याह्न् भोजन प्रभारी , सीडीपीओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे. डीएम ने कहा कि कागजी रिपोर्ट से काम नहीं चलेगा. स्कूल का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेनी होगी.
यह भी बताया गया कि किचन रूम किसी को प्रवेश करने की इजाजत नहीं होगा. यहां तक स्कूल के बच्चे भी किचन में नहीं जायेंगे. रसोइया को ट्रेनिंग देने के लिए जल्द ही कार्यक्रम बनेगा. इसके अलावा जिस विद्यालय में किचन रूम नहीं है. वहां ग्रामीणों से रूम लेकर किचन की व्यवस्था होगी. बीइओ व संकुल समन्वयक प्रचार्यो के साथ बैठक कर योजना की समीक्षा करेंगे.
* संदीप कुमार जिला मध्याह्न् भोजन प्रभारी बने
मुजफ्फरपुर: जिला मध्याह्न् भोजन प्रभारी का पदभार संदीप कुमार ने शनिवार को ग्रहण किया. इनसे पहले संजय कुमार सिंह प्रभारी थे. संदीप कुमार को संजय कुमार सिंह ने पदभार सौंपा. पदभार ग्रहण करने के बाद संदीप कुमार ने कहा कि जिले में चल रहे मध्याह्न् भोजन की जांच अब बीआरपी के तहत होगा. हर केंद्र पर वह खुद निरीक्षण करेंगे.