मुजफ्फरपुर: निर्धारित अवधि में मनरेगा ऑडिट पूरा नहीं होने से चालू वित्तीय वर्ष में जिले को मिलने वाले राशि पर ग्रहण लग सकता है. ऑडिट की अंतिम तिथि 19 जुलाई में सिर्फ तीन दिन शेष रह गया है. जिले की 385 पंचायतों में अब तक सिर्फ 50 पंचायतों की ही ऑडिट हुई है. इससे योजना की राशि का लटकना तय माना जा रहा है.
विभागीय सूत्रों के अनुसार तीन प्रखंडों साहेबगंज, मोतीपुर व मुशहरी में ही ऑडिट हुई है. जबकि उपविकास आयुक्त ने सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को हर हाल में 19 तक अपने प्रखंड का ऑडिट कराने का निर्देश दिया था. पिछले शुक्रवार को हुई बैठक में साफतौर पर कहा गया था कि जो पीओ निर्धारित अवधि तक ऑडिट नहीं करायेंगे, उन पर वरीय लेखा पदाधिकारी व निदेशक की अनुशंसा पर कार्रवाई की जायेगी. बताया गया कि हर हाल में 20 जुलाई तक ग्रामीण विकास विभाग को रिपोर्ट सौंपी जानी है. गौरतलब है कि वर्ष 2012- 13 की मनरेगा ऑडिट कार्य चल रहा है.
भुगतान पर ग्रहण
मनरेगा योजना की ऑडिट नहीं होने से मनरेगा मजदूरों का भुगतान लटक जायेगा. पहले से ही मजदूरों की मजदूरी अटकी हुई है. इसके कारण प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक मजदूरों का धरना-प्रदर्शन का सिलसिला जारी है. राशि उपलब्ध नहीं रहने के कारण मनरेगा कार्य भी काफी दिनों से बंद है. पंचायतों में मुखिया राशि का इंतजार कर रहे हैं. राशि विमुक्त नहीं होने पर विकास कार्य पर ब्रेक लग जायेगा.